बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में सतनामी समाज के लोग अपनी मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदेश भर से हजारों की संख्या में सतनाम समाज के लोग पहुंचे हैं। दशहरा मैदान में उग्र प्रदर्शन करने के बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की सुरक्षा को भेदकर कलेक्टर कार्यालय पहुंच गए। कलेक्टर कार्यालय परिसर में खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। प्रदर्शनकारियों को रोकने में पुलिस के पसीने छूट गए। 3–4 हजार की संख्या में प्रदर्शनकारी कलेक्टर परिसर पहुंच कर उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि, कलेक्टर कार्यालय के पीछे के रास्ते से कर्मचारियों को सुरक्षित निकला जा रहा है। पुलिस बल की संख्या कम है। यह प्रर्दशन बीते दिनों गिरौदपुरी के महकोनी गांव में संत अमरदास की तपोभूमि के जैतखाम को काटे जाने की सीबीआई जांच की मांग को लेकर सतनामी समाज प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने भी सतनाम समाज की मांग पर न्यायिक जांच की बात कही है। वहीं, विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा को देखते हुए कलेक्टर परिसर के चारों तरफ बैरिकेटिंग कर दिया है। भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
दरअसल, सतनामी समाज के आस्था के प्रमुख केन्द्र गिरौदपुरी धाम से लगा हुआ महकोनी ग्राम के पास गुरु घासीदास जी के ज्येष्ठ पुत्र गुरु अमरदास जी के नाम से अमर गुफा स्थित है। जहां पर कई वर्षों से गुरुगद्दी और जैतखाम स्थापित है। प्रतिदिन पुजारी सुबह-शाम पूजा करते हैं। बीते 15 जून की रात में असामाजिक तत्वों ने सुनियोजित ढंग से तीन जैतखाम को आरी से काट-काट कर फेंक दिया गया।
सीबीआई जांच की कर रहे मांग
सुबह जब पूजा करने गए तब देखा कि, कुछ असामाजिक तत्वों के लोगों ने तीन जैतखाम को आरी से काट-काट कर फेक दिया गया। इसके बाद पुजारी कसमदास भास्कर ने 17 जून को थाने पहुंचकर अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायात दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने इस मामले की कार्रवाई कर तीन आरोपियों को गिरफतार कर लिया है। पुलिस पूछताछ में तीनों आरोपियों ने घटना कारित करना स्वीकार किया। पुलिस की कार्रवाई से सतनामी समाज के लोग संतुष्ट नहीं है। इसकी सीबीआई जांच करने की मांग प्रदर्शन कर रहे हैं।
गृह मंत्री बोले जज केरेंगे जांच
प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने इस मसले को लेकर घोषणा की है कि, पूरे मामले की न्यायिक जांच की जाएगी। मामले को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश थे कि सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली इस घटना की न्यायिक जांच कराई जाए। यह न्यायिक जांच रिटायर्ड जज अथवा कार्यरत जज से कराई जाएगी। इसे लेकर विजय शर्मा ने अपने X अकाउंट पर भी पोस्ट किया है।