जगदलपुर, 27 अगस्त। Big Accident : छत्तीसगढ़ के जगदलपुर जिले में स्थित कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में मंगलवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। एनएच 30 पर दरभा के पास बाढ़ के तेज बहाव में एक कार बह गई, जिसमें सवार एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई।
मृतकों में पति-पत्नी और उनके दो मासूम बच्चे शामिल हैं। इस हादसे में कार चालक ने किसी तरह पेड़ का सहारा लेकर तैरकर अपनी जान बचाई। परिवार मूल रूप से तमिलनाडु का निवासी था और रायपुर में रहकर काम कर रहा था। हादसे की पुष्टि एडिशनल एसपी महेश्वर नाग ने की है।
दंतेश्वरी मंदिर गए थे घूमने
मिली जानकारी के अनुसार, राजेश मंगलवार को अपने परिवार के साथ रायपुर से दंतेवाड़ा स्थित मां दंतेश्वरी मंदिर गए थे। वहां से वे तीरथगढ़ जलप्रपात घूमने के लिए निकले थे। दरभा के पास कांगेर घाटी में बारिश तेज़ हो गई और बाढ़ का पानी सड़क पर बहने लगा। इसी दौरान उनकी गाड़ी तेज़ बहाव में फंस गई और बह गई। कार चालक तो किसी तरह बाहर निकल गया, लेकिन परिवार के चारों सदस्य पानी में बह गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
रेस्क्यू अभियान
दरभा पुलिस और SDRF की टीम को सूचना मिलने पर तत्काल मौके पर भेजा गया। तेज बहाव और अंधेरे के बीच देर रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलता रहा। सभी शवों को निकालकर मेकॉज अस्पताल, जगदलपुर भेजा गया, जहां पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए।
लापरवाही बना हादसे का कारण
प्रशासन के मुताबिक, बाढ़ जैसे हालात में वाहन ले जाना लापरवाही थी। सड़क पर पानी का तेज बहाव होने के बावजूद वाहन को पार कराने की कोशिश हादसे की मुख्य वजह मानी जा रही है।
प्रशासन की अपील
इस हादसे के बाद जिला प्रशासन ने पर्यटकों से अपील की है कि, भारी बारिश के दौरान पर्वतीय और जलप्रपात क्षेत्रों की यात्रा से बचें। स्थानीय प्रशासन और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें। बाढ़ या तेज बहाव वाले स्थानों को पार करने की कोई भी कोशिश न करें।
कांगेर घाटी में हुआ यह हादसा न केवल एक परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि सभी पर्यटकों के लिए चेतावनी है। प्राकृतिक सौंदर्य की तलाश में सुरक्षा को नजरअंदाज करना जानलेवा हो सकता है। इस हादसे ने एक बार फिर साबित कर दिया कि प्राकृतिक आपदाओं के समय सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है।