कोरबा । जिले में 17 साल की किशोरी ने चूहा मारने की दवा खाने के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई। किशोरी के जहर खाने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। बताया जा रहा है कि किशोरी 8वीं तक की पढ़ाई कर पढ़ाई छोड़ चुकी है और और घर पर रहकर काम करती थी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
जानकारी के मुताबिक, मामला कटघोरा थाना क्षेत्र का है। किशोरी का नाम भारती केंवट था और वह 5 भाई बहनों में सबसे छोटी थी। वहीं घटना के वक्त घर पर कोई नहीं था। भाई किसी काम से बाहर गया हुआ था, वहीं मां और बाकी परिजन घर पर मौजूद नहीं थे। इसी दौरान अकेले होने का फायदा उठाकर युवती ने आत्महत्या कर ली।
सुबह उठी तो बिगड़ने लगी तबीयत
पिता साध राम ने बताया कि मंगलवार की रात दोनों एक साथ खाना खाएं। उसके बाद भारती अपने कमरे में सोने चली गई और वह भी अपने कमरे में सो गया था। जब सुबह उठी तो उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और उसे कटघोरा स्थित स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। हालत बिगड़ते देख उसे जिला मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
परिजनों को नहीं थी बेटी के जहर खाने की जानकारी
जिला अस्पताल चौकी प्रभारी दाऊद कुजूर ने बताया कि मेडिकल कॉलेज से मिले मेमो के आधार पर परिजनों का बयान दर्ज किया गया है। परिजनों का कहना है कि उन्हें जहर खाने की बात की जानकारी नहीं थी। बहरहाल मामले में पुलिस ने मर्ग पंचनामा की कार्रवाई पूरी कर शव पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है।