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Korba: सरकारी जमीन पर दादरखुर्द में शराब भट्ठी से लगे बेजा कब्जा में चला सरकार का बुलडोजर, जमींदोज किए गए तीन अवैध निर्माण

कोरबा। जहां-तहां खाली पड़ी सरकारी जमीन पर भूमाफिया की नजर गिद्ध की तरह गड़ी हुई है। कार्यवाही के अभाव में इनके हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। ऐसे ही अवैध कब्जा धारियों पर एक बार फिर सरकारी बुलडोजर कहर बनकर चला। दादरखुर्द में शराब भट्ठी के पास की सरकारी जमीन पर अवैध तौर पर कब्जा कर खड़े गए गए तीन अवैध स्ट्रक्चर को जमींदोज किया गया।

 

 

बताया जा रहा है कि कब्जाधारियों को नोटिस जारी किया गया था, जिसके बाद भी वे टस से मस नहीं हुए। लिहाजा नगर निगम की तोड़ू दस्ता टीम ने सोमवार को मौके पर पहंुचकर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की।

 


कोरबा के दादर खुर्द क्षेत्र में सोमवार को एसएलआरएम सेंटर के पास तीन अवैध निर्माण को ध्वस्त करने की कार्रवाई जिला प्रशासन और नगर निगम की ओर से की गई है। दादर खुर्द मार्ग पर एसएलआरएम सेंटर के पास कार्रवाई की गई। जानकारी के अनुसार, यहां शराब दुकान के पास सरकार की जमीन है। जमीन माफियाओं की नजर इस पर लगी हुई थी। हालात को ध्यान में रखते हुए जमीन की घेराबंदी की गई और फिर वहां देखते देखते 3 पक्के मकान खड़े कर दिए। अवैध निर्माण होने की खबर मिलने पर प्रशासन हरकत में आया। जिला प्रशासन की ओर से दिए नोटिस के बाद भी खाली नहीं कर रहे थे, जिसके बाद सरकारी जमीन को हथिया कर उसपर अवैध तरीके से हुए निर्माण को जमींदोज किया गया है। इस दौरान पुलिस, जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों की देखरेख में संयुक्त टीम ने कार्रवाई की।

 

 

कब्जा के कारोबार में पुलिसकर्मी के शामिल होने की भी बात

दादर खुर्द के एसएलआरएम केंद्र के पास सरकारी जमीन को हड़प कर यहां किए गए अवैध निर्माण के बारे में जानकारी मिली है कि सूरज चैहान और एक पुलिसकर्मी ने इस मामले में मुख्य भूमिका निभाई है। उनकी टीम में कुछ और लोगों के होने का भी पता चला है। यहां उल्लेखनीय होगा कि जमीन दलाली और बेजा कब्जा से जुड़े मामलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसके कारण खाली पड़ी सरकारी जमीन जमीन पर लोग अवैध निर्माण कर रहे हैं।

इन इलाकों में सर्वे की जरुरत, कई कब्जे पर टैगिंग भी

 

औद्योगिक नगरी कोरबा में खासकर संयंत्रों के लिए आवंटित बड़े पैमाने पर भूमि अब रिक्त पड़ी है। ऐसी शासकीय जमीनों पर कई क्षेत्र में हुए कब्जे पर टैगिंग कर दी गई है, ताकि उसे जमीन का उपयोग आने वाले दिनों में अपने तरीके से किया जा सके। कोरबा शहरी क्षेत्र में कुआं भट्ट से लेकर रेलवे स्टेशन के सामने अचंभा पहाड़ी, एसईसीएल की वेस्टर्न क्वायरी, चेक पोस्ट बालको नगर समिति कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर सरकारी जमीन को हड़प लिया गया है। बताया जा रहा है कि प्रदेश में भाजपा सरकार के तीसरे कार्यकाल के दौरान मानस नगर से ढेंगुरनाला पुल की तरफ जाने वाले बाइपास का जो काम अब रुका पड़ा है। उसके आसपास की जमीन को हथियाना के लिए कोशिश की जा रही है। जिला प्रशासन चाहे तो इन इलाकों का सर्वे करने के साथ यहां की जमीन को भविष्य के लिए सुरक्षित कर सकता है।

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