बिलासपुर। गांजा तस्करी के मामले में गिरफ्तार किये गए GRP के चरों कांस्टेबलों की बर्खास्तगी कर दी गयी है। जांच के दौरान इन आरक्षकों के खातों के लेनदेन और संपत्ति का पता लगाया गया तो पुलिस को काफी जानकारियां मिलीं। जिसके बाद जवानों की संपत्ति की जांच शुरू कर दी गयी है।
GRP में पदस्थ चारों जवान लक्ष्मण गइन, संतोष राठौर, सौरभ नागवंशी और मन्नू प्रजापति रेल एसपी के एंटी क्राइम यूनिट में थे। उन सभी की जिम्मेदारी ट्रेनों में होने वाली तस्करी, अपराध आदि का पता लगाते हुए उस पर लगाम कसना था, लेकिन, उन्होंने पहले गांजा तस्करों को पकड़ने के बाद उनसे जब्त माल दूसरों को सप्लाई किया, फिर इस धंधे में ही उतर गए।
पुलिस द्वारा की गई जांच में अभी तक जवानों के पास से करोड़ों की संपत्ति मिली है। वहीं बैंक खातों से भी करोड़ों के लेनदेन का खुलासा हुआ है। पता चला है कि बीते कुछ सालों में जवानों के खातों से तीन करोड़ रुपए से अधिक का लेनदेन किया गया है। ये राशि उनकी सालाना आय से कई गुना ज्यादा है। यही नहीं तस्करों के खिलाफ बनाए गए प्रकरणों में गांजा की मात्रा कम बताई गई।