बिश्रामपुर। सूरजपुर जिले के लटोरी में 2 दिन पूर्व सेंट्रिंग व्यवसायी व उसके पिता पर प्राणघातक हमला की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने व्यवसायी की पत्नी व उसके 2 प्रेमियों को गिरफ्तार किया है। महिला ने व्यवसायी द्वारा घर में रखी गई रकम को लूटने के उद्देश्य से योजनाबद्ध तरीके से प्रेमियों से पति व ससुर पर हमला कराया था। लेकिन हमले के दौरान व्यवसायी पिता-पुत्र के भी आरोपियों से भिड़ जाने के कारण वे लूट की वारदात को अंजाम नहीं दे सके थे। महिला का कहना था कि उसके पति के दूसरी महिलाओं से अवैध संबंध हैं, इस वजह से वह उसे मना करती थी। बाद में उसने खुद 2 ब्वायफे्रंड बना लिए।
गौरतलब है कि सूरजपुर जिले के लटोरी चौकी से महज कुछ ही दूरी पर अंबिकापुर-बनारस हाइवे मार्ग पर स्थित संजय अग्रवाल के सेंट्रिंग प्लेट व महुआ दुकान व घर में मंगलवार की रात करीब 1 बजे 2 अज्ञात नकाबपोश युवकों ने धावा बोल दिया था। किसी के आने की सुगबुगाहट मिलते ही वहीं पास में सो रहा व्यवसायी 38 वर्षीय संजय अग्रवाल जब हल्ला करते हुए उठकर बाहर आया।
तभी नकाबपोश युवकों ने तलवार से उस पर हमला कर दिया। इस बीच व्यवसायी भी साहस का परिचय देते हुए आरोपियों से भिड़ गया और एक युवक के हाथ से तलवार छीन लिया, तभी दूसरे नकाबपोश युवक ने हमला कर दिया।
इसी बीच व्यवसायी संजय अग्रवाल के 58 वर्षीय पिता सुभाष अग्रवाल लाठी लेकर बीच-बचाव करने पहुंचे। तब एक आरोपी ने उन पर भी तलवार से हमला कर दिया।
इसी बीच सुभाष अग्रवाल द्वारा लाठी से हमला किए जाने पर दोनों अज्ञात नकाबपोश युवक तलवार व गमछा वहीं छोड़ मौके से भाग निकले थे। व्यवसायी संजय अग्रवाल की रिपोर्ट पर पुलिस ने विवेचना शुरू की थी।
शक के आधार पर पुलिस ने पत्नी को लिया हिरासत में
विवेचना के दौरान पुलिस ने संदेह के आधार पर जब व्यवसायी की पत्नी 30 वर्षीय सुनीता अग्रवाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपने 2 प्रेमियों के माध्यम से पति व ससुर पर प्राणघातक हमला कराने का जुर्म कबूल कर लिया।
इस पर पुलिस ने सुनीता अग्रवाल के साथ ही उसके 2 प्रेमी लटोरी के बैगापारा निवासी 33 वर्षीय मिथलेश चौधरी पिता विष्णु चौधरी व 30 वर्षीय जगेश्वर चौधरी पिता महेंद्र चौधरी को धारा 307, 394, 450 व 25 आम्र्स एक्ट के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। यहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
कार्रवाई में लटोरी चौकी प्रभारी विराट विशी, प्रधान आरक्षक विशाल मिश्रा, सुशील मिश्रा, पिंगल मिंज, भीखराम भगत, आरक्षक नंदकिशोर राजवाड़े, इस्तयाक अहमद, अम्बिका मरावी, शोभनाथ कुशवाहा व महिला आरक्षक मुनेश्वरी पैकरा सक्रिय रहे।
पूछताछ में सुनीता अग्रवाल ने बताया कि उसके पति का दूसरी महिलाओं के साथ अवैध संबंध थे। इस कारण उसे ऐसा करने से मना करती थी। इसी बात पर दोनों का विवाद होता था। इसी बीच सुनीता अग्रवाल का भी लटोरी बैगापारा निवासी जगेश्वर चौधरी व मिथलेश चौधरी से परिचय होने पर दोनों से अवैध संबंध स्थापित हो गया था।
घर में रखे पैसे को लूटकर ले जाने की थी योजना
सुनीता ने दोनों प्रेमियों को बताया था कि पति घर में बहुत पैसा रखे हैं। घर वालों को मारकर पैसा लूटकर ले जाना और कुछ हिस्सा मुझे दे देना। ऐसी योजना बनाकर 25 जून की देर रात उसने मोबाइल से संपर्क कर दोनों प्रेमियों को बुलाया था, लेकिन जब दोनों आरोपियों ने तलवार से हमला किया तो पिता-पुत्र भी उनसे भिड़ गए, इसकी वजह से आरोपी रकम नहीं लूट सके और फरार हो गए थे।