न्यूज डेस्क। बीजेपी के सामने तीसरी बार सरकार बनाने के बाद अब सबसे बड़ा सवाल पार्टी अध्यक्ष को लेकर है। पार्टी के मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा एनडीए सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल कर लिए गए हैं। ऐसे में अब नया नाम सामने आना तय हो गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से लिखा जा रहा है कि आरएसएस भी नए नाम को लेकर अपनी मंशा ज़ाहिर कर चुका है और राजनाथ सिंह या शिवराज सिंह चौहान में से अध्यक्ष चुने जाने की वकालत कर रहा है। हालांकि पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह किसी ओर नाम पर विचार कर रहे हैं। राजनाथ सिंह और शिवराज सिंह चौहान दोनों ही केंद्रीय मंत्रीमंडल का हिस्सा हैं, उनका नाम सामने आने पर उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना होगा।
पीएम मोदी और अमित शाह क्या चाहते हैं?
मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से जहां कहा जा रहा है कि राजनाथ सिंह और शिवराज सिंह चौहान अध्यक्ष पद के लिए आरएसएस की पसंद हैं वहीं पीएम मोदी और अमित शाह पार्टी के ही किसी पदअधिकारी को अध्यक्ष बनाना चाहते हैं। उनकी पसंद राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े और सुनील बंसल हैं। माना जा रहा है कि इनमें से कोई एक पार्टी अध्यक्ष बन सकता है। इसकी वजह यह भी है कि इन दोनों ही नेताओं को पार्टी में काम संभालने का अच्छा अनुभव है और दोनों ही बड़े पदों पर भी रहे हैं।
क्या फिरसे वापसी कर सकते हैं जेपी नड्डा?
अभी तक पार्टी ने किसी भी नाम पर मुहर नहीं लगाई है। ऐसे में सभी नामों को लेकर महज अटकलें सामने आ रही हैं। आरएसएस के मत को ध्यान में रखते हुए अभी पार्टी किसी भी तरह जल्द फैसला नहीं लेने वाली है। राजनाथ सिंह और शिवराज सिंह चौहान दोनों ही नेता केंद्रीय मंत्रालय में हैं ऐसे में उनका नाम दोनों में से एक पद पर रह सकता है। ऐसा हो सकता है कि बीजेपी किसी भी आंतरिक विवाद से बचने के लिए एक बार फिर यह ज़िम्मेदारी जेपी नड्डा को सौंप दे।