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INS Sandhayak Commission: भारतीय समुंद्र सीमा को मिला नया पहरेदार,INS Sandhayak कमीशन, जानें इसकी खासियत, watch video

विशाखापट्टनम/ नई दिल्ली। INS Sandhayak: भारतीय नौसना के सर्वे वेसल आईएनएस संध्याक (INS Sandhayak) का शनिवार को आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में कमीशन हुआ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार नौसेना के डॉकयार्ड में मौजूद थे।

INS Sandhayak Commission: इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आज भारतीय नौसेना इतनी मजबूत हो गई है कि हम हिंद महासागर और हिंद प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा के मामले में पहले स्थान पर पहुंच गए हैं। हिंद महासागर एक हॉट स्पॉट है।

INS Sandhayak Commission: उन्होंने कहा कि अदन की खाड़ी, गिनी की खाड़ी आदि जैसे कई चोक प्वाइंट हिंद महासागर में हैं, जहां से बड़ी मात्रा में अंतरराष्ट्रीय व्यापार होता है। इन चोक प्वाइंट पर कई खतरे बने रहते हैं, लेकिन सबसे बड़ा खतरा समुद्री डाकुओं का है।

INS Sandhayak Commission: रक्षा मंत्री ने ने कहा कि समुद्री डकैती और तस्करी में शामिल लोगों को किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, यह नए भारत की प्रतिज्ञा है। हमने हाल ही में 80 मछुआरों को बचाया है, यह हमारी भारतीय नौसेना की मंशा और शक्ति है। हमारी बढ़ती शक्ति का उद्देश्य हिंद महासागर और भारत-प्रशांत क्षेत्र में अवैध और अनियमित मछली पकड़ने को रोकना है। इस क्षेत्र में नशीले पदार्थों और मानव तस्करी को भी रोकेंगे।

0.INS Sandhayak Commission: आईएनएस संध्याक की खासियत

  • आईएनएस संध्याक 1981 से 2021 तक नौसेना में कार्यरत था।
  • पुराने वर्जन को 4 जून 2021 को रिटायर कर दिया गया था।
  • अब पुराने नाम के साथ नए युद्धपोत को नौसना में शामिल किया गया है।
  • पुराने वर्जन के मुकाबले नया सर्वे शिप काफी एडवांस है। इसकी रेंज 11 हजार किमी है।
  • जहाज में बोफोर्स गन लगी है। जरूरत पड़ी तो इसमें चेतक हेलिकॉप्टर की भी तैनाती की जा सकती है।
  • यह बंदरगाहों से लेकर समुद्री तटों तक की निगरानी करेगा।
  • स्पीड 30 किमी प्रतिघंटा।
  • रेंज 11 हजार किमी।
  • वजन 3400 टन।
  • लंबाई 288.1 फीट।
  • तैनाती 18 अधिकारी और 160 सैनिक।

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