web desk .क्या आपको मौज मस्ती करते हुए पैसे कमाने हैं तो कॉल या रिप्लाई करें. आपके पास ऐसा कोई मैसेज आए तब खुश होने के बजाए सावधान हो जाइएगा वरना बर्बाद हो जाएंगे. ऐसा इसलिए क्योंकि पूरे देश में एक ऐसा रैकेट चल रहा है, जिसमें कुछ फोटोज दिखाकर लोगों को आसान शिकार बना लिया जाता है. यहां पर बात ऑल इंडिया प्रेग्नेंट जॉब और प्ले बॉय सर्विस के नाम पर लाखों का पैकेज देने वाले धंधेबाजों की जो आपका सबकुछ छीनकर बर्बाद कर देंगे.
क्या है पूरा मामला?
सोशल मीडिया पर आए दिन ऐसे विज्ञापन दिखते हैं, जिनमें निसंतान महिलाओं को प्रेग्नेंट करके लाखों रुपये कमाने का लालच दिया जाता है. ऐसे विज्ञापनों के पीछे एक रैकेट काम करता है. ऐसे एडवरटाइजर्स से सावधान और सतर्क रहने के बजाए जब युवा फन के साथ-साथ कमाई के लालच में आ जाते हैं तो सबकुछ लुटा देते हैं. ऐसी कोई कॉल आपतक आए उससे पहले आपको सतर्क करते हुए बता दें कि मामला नवादा का है.
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ये नवादा दिल्ली वाला मोहल्ला नहीं बल्कि बिहार का जिला है, जहां खूबसूरत महिलाओं को प्रेग्नेंट करने के लिए लाखों के इनाम का झांसा दिया जाता था. आरोपी ऑल इंडिया प्रेग्नेंट जॉब और प्ले बॉय सर्विस के नाम पर ठगी करते थे. इस मामले को लेकर तीन लोगों को धर दबोचा गया.
व्हाट्सऐप चैट और तस्वीरें देख फंस जाते लोग
पुलिस ने जिन तीन आरोपियों को दबोचा उनके पास से 6 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं. उन सभी फोनों में व्हाट्सऐप चैट के स्क्रीन शॉट्स, कुछ महिलाओं की तस्वीरें मिली है. बताया जा रहा है कि ऐसी तमाम तस्वीरों को दिखाकर युवाओं को उन्हें प्रेगनेंट करके कमाई करने का झांसा दिया जाता था. उनके फोन से कई ऑडियो रिकॉर्डिंग और बैंक ट्रांजेक्शन की बड़ी डिटेल सामने आई है.
सोशल मीडिया के जरिए डालते थे चारा
पुलिस को लगता है कि आरोपियों से पूछताछ में फ्राड के कुछ और केस क्रैक हो सकते हैं. आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में कबूला कि वॉट्सएप और फोन कॉल्स के जरिए युवाओं को दाना डालते थे. जाल में फंसे लोगों को बताया जाता था कि ‘जिन महिलाओं को बच्चा नहीं हो रहा है, उनकी मदद करने पर 5 से 10 लाख रुपये फीस मिलेगी. आरोपी चंगुल में फंसे युवाओं से ये भी कहते थे कि टेंशन लेने या फंसने की कोई बात नहीं है. आपको बस ट्राई करना है, आपको जिसने पसंद किया, अगर वो प्रेग्नेंट नहीं होती, तो भी आपको एफर्ट करने के 50 हजार मिलेंगे, बदले में आपको सिर्फ टाइम देना है और उससे पहले रजिस्ट्रेशन कराना है, ताकि आप कमिटमेंट करके भाग न सकें. ऐसे झांसों में आने के बाद लोगों से 1000 से लेकर 10 हजार रुपये ले लिए जाते थे. पैसे लेकर आरोपी अपना फोन बंद करके नया शिकार तलाशने निकल जाते थे.