
रायपुर। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मंगलवार को अपने मंत्रिमंडल का बहुप्रतीक्षित विस्तार कर दिया। इस विस्तार के साथ ही कई नेताओं की जिम्मेदारियां बदल गईं और सत्ता समीकरण भी नया रूप लेता दिख रहा है।
सबसे बड़ा फायदा लखन देवांगन और टंकराम वर्मा को मिला है। लखन देवांगन को राज्य के सबसे चर्चित और राजस्व से जुड़े अहम विभाग आबकारी की जिम्मेदारी दी गई है। माना जा रहा है कि आबकारी विभाग पर पकड़ बनाने से देवांगन का राजनीतिक कद प्रदेश की सियासत में और मजबूत होगा।
वहीं टंकराम वर्मा को भी अतिरिक्त जिम्मेदारियां देकर मंत्री मंडल में उनकी भूमिका को और प्रभावशाली बनाया गया है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि ये बदलाव क्षेत्रीय और जातीय समीकरणों को ध्यान में रखकर किए गए हैं, ताकि सरकार और संगठन दोनों स्तर पर संतुलन साधा जा सके।
इस विस्तार को लेकर भाजपा खेमे में हलचल तेज है और कार्यकर्ताओं में उत्साह भी देखा जा रहा है। दूसरी ओर विपक्ष ने विभागों के बंटवारे पर सवाल उठाते हुए इसे सत्ता की अंदरूनी खींचतान का नतीजा बताया है।सूत्रों का कहना है कि आने वाले समय में और भी फेरबदल संभव हैं, जिससे कई और मंत्रियों की जिम्मेदारियों में बदलाव हो सकता है।