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KORBA: सियाराम का कबाड़ और थानेदार का जुगाड़.. रेलवे का स्क्रेब जब्त, काम नही आया सेटिंग …

प्रतिकात्मक तस्वीर

 

कोरबा। सियाराम का कबाड़ और थानेदार का जुगाड़ काम नही आया और उच्च अधिकारियों के निर्देश पर रेलवे का स्क्रेब जब्त किया गया। खबरीलाल की माने तो थाने वाला सेटिंग आज सियाराम का साथ नही दे सका। जिसकी वहज से साढ़े तीन लाख कीमती कबाड़ को पकड़ने में पुलिस कप सफलता मिली है।

 

बता दें  कि पुलिस कप्तान सिद्धार्थ तिवारी के सख्त निर्देश के बावजूद जिले के चुनिंदा क्षेत्रों में नामचीन कबाड़ियों के द्वारा अवैध कारोबार के साथ-साथ चोरी का माल बेधड़क खरीदा और खपाया जा रहा है। अक्सर कानूनी दांवपेंच में शिथिलता स्क्रेप की बिल्टी,जीएसटी बिल का लाभ उठाकर यह लोग पुलिस की कार्रवाई से बचते आ रहे हैं लेकिन इस बार झगरहा क्षेत्र के नामचीन कबाड़ी सियाराम की चालाकी काम नहीं आई। चोरी का लोहा और कबाड़ खरीदने में माहिर सियाराम ने स्क्रैप की आड़ में रेलवे का चोरी का लोहा जिले से बाहर भेजने की कोशिश की लेकिन इसकी भनक सही समय पर लग जाने और रेलवे पुलिस के सक्रिय हो जाने से उसकी चालाकी काम नहीं आई और वाहन पकड़ लिया गया। वाहन और कबाड़ को जप्त कर चालक से पूछताछ में बताया कि वह सियाराम के यार्ड से कबाड़ लाद कर खपाने ले जा रहा था। सिविल लाइन थाना प्रभारी एसआई सुमन लाल पोया ने बताया कि यह पूरा मामला रेलवे के सुपुर्द कर दिया गया है और वह मामले में अग्रिम कार्रवाई करेगा।

कार्रवाई का विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 03.06.2024 को सिविल लाइन थाना में पदस्थ एएसआई परमेश्वर गुप्ता को रिस्दी चौक में पेट्रोलिंग के दौरान मुखबिर से सूचना प्राप्त हुआ कि न्यू गोल्डन ब्राउन कलर 06 चक्का आईशर वाहन क्रमांक सीजी 12 बीजे 7229 के चालक गुलशन कुमार महोबे अपने वाहन में अवैध रूप से लोहे का कबाड़ परिवहन कर ले जाने वाला है। सूचना पर स्टाफ ने जैन पब्लिक स्कूल के पास गोढ़ी रोड में दबिश दी तो उक्त वाहन में 10 टन लोहे का कबाड़ कीमती करीबन 3 लाख 70 हजार रूपये भरा हुआ पाया गया। वाहन चालक के द्वारा उक्त लोहे के कबाड़ के संबंध में दस्तावेज पेश नहीं करने पर धारा 102 CrPC के तहत जप्त किया गया। जप्तशुदा वाहन में लोहे के कबाड़ में रेल्वे का लोहे का भी सामान रखा होना पाया गया। रेल्वे का 2 नग फिस प्लेट मय 4 नग नट बोल्ट सहित 1 हील ब्लाक क्लोसिंग एवं 11 नग रेल स्क्रू होना पाया गया। 3 जून को पकड़े गए इस मामले का खुलासा 15 दिन बाद पुलिस अधिकारियों ने करते हुए बताया कि प्रकरण को बिलासपुर रेल्वे न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।

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