कोरबा। आदर्श ग्राम तिलकेजा की ख्याति भले ही कोरबा जिले में किसी और वजह से हो, पर यहां का सरकारी स्कूल छत्तीसगढ़ के पास दो राज्यों की सीमाएं लांघ उत्तरप्रदेश तक चर्चा है। वजह भी काफी खास है और वह है तिलकेजा स्कूल में ओपन की बोर्ड परीक्षा के लिए मिलने वाला केंद्र। यहां ओपन परीक्षा देने हजार किलोमीटर दूर उत्तरप्रदेश से विद्यार्थी पहुंच रहे हैं। इस बार की परीक्षा के लिए यूपी से एक-दो नहीं, पूरे चौबीस परीक्षार्थी पहुंचे हैं, जो किराए में रहकर तैयारी कर रहे हैं।
उल्लेखनीय होगा कि सीधे रास्ते से स्कूल में नियमित पढ़ाई कर परीक्षा पास नहीं कर पाने वाले विद्यार्थियों को दसवीं-12वीं पास करने ओपन परीक्षा का सरल रास्ता प्रदान किया जाता है। ऐसा नहीं है कि यह सुविधा केवल छत्तीसगढ़ के तिलकेजा मेें ही उपलब्ध है, बल्कि देश के अनेक राज्यों में भी यह व्यवस्था रखी गई है। इसके माध्यम से विद्यार्थी आगे की उच्च शिक्षा पढ़ने के लिए पात्र हो सकते हैं। पर यहां उत्तरप्रदेश के विद्यार्थियों को कोरबा जिले का तिलकेजा कुछ ज्यादा ही भा गया है, जो यहां के ओपन स्कूल परीक्षा केंद्र में उत्तर प्रदेश के 24 छात्र परीक्षा देने पहुंचे हैं। कॉलेज में प्रवेश करने के लिए जरूरी शर्त यही है कि विद्यार्थी पहले माध्यमिक शिक्षा मंडल की परीक्षा पास करें। कई कारण से बहुत सारी विद्यार्थी बोर्ड परीक्षा में बैठने के बावजूद आगे का रास्ता नहीं तलाश पाते। बीते वर्षों में सरकार ने ऐसे छात्रों को विकल्प देने के लिए ओपन स्कूल परीक्षा की सुविधा शुरू की। पूरे देश भर में इस व्यवस्था पर काम हो रहा है। 10 से 16 मार्च तक छत्तीसगढ़ में ओपन स्कूल की परीक्षाएं चल रही है। कोरबा जिले के अंतर्गत आने वाले तिलकेजा को भी इस परीक्षा के लिए केंद्र बनाया गया है। यहां पर कोरबा जिले के अलावा उत्तर प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्र से वास्ता रखने वाले 24 से विद्यार्थी परीक्षा देने के लिए पहुंचे हैं। इन सभी ने आॅनलाइन फॉर्म भरा और इस केंद्र को अपने लिए चुना।
यूपी में फीस दस से 15 हजार, यहां सिर्फ तीन हजार
यूपी से आए विद्यार्थियों के मुताबिक फीस स्ट्रक्चर ही वह बड़ी वजह है, जिसके चलते उन्हें उत्तरप्रदेश की बजाय छत्तीसगढ़ को चुना है। एक छात्र प्रताप सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में बोर्ड परीक्षा में शामिल होने पर सफलता नहीं मिली। इसलिए ओपन स्कूल का विकल्प चुना गया है। यूपी में परीक्षा के लिए 10 से 15000 रुपए की फीस देनी होती है जबकि छत्तीसगढ़ में या खर्च लगभग ढाई से 3000 के आसपास का है। प्रताप ने बताया कि तिलकेजा परीक्षा केंद्र मैं किसी भी शिक्षक से जान पहचान नहीं है और ना ही इसके लिए कोई संपर्क किया गया। यहां पर रहने के लिए एक भवन की सुविधा सरपंच से बातचीत कर ली गई है। एक अन्य छात्र नीतीश से बातचीत हुई तो उसने बताया कि शिक्षा पाना सभी का अधिकार है और देश का कोई भी व्यक्ति किसी भी क्षेत्र में पढ़ सकता है परीक्षा दे सकता है। यहां पर परीक्षा देने के लिए हम लोग आए हैं। सरकारी भवन का उपयोग सरपंच की अनुमति से किया जा रहा है इसके लिए उन्हें अथवा थाने को आवेदन नहीं दिया गया है।
बीते वर्षों में करतला और कुदमुरा ने बटोरी सुर्खियां
कोरबा जिले में ओपन स्कूल परीक्षा को लेकर पिछले वर्षों में करतला और कुदमुरा केंद्र काफी सुर्खियों में रहे। विभिन्न प्रकार से सामने आई शिकायतों के बाद में यहां के केंद्राध्यक्ष को भी बदलने की कार्रवाई की गई। ओपन स्कूल परीक्षा को लेकर आम धारणा यही रही है कि इसमें विद्यार्थियों को बहुत सारी सुविधाएं मिलती हैं और सहूलियत भी। रहा सवाल परीक्षा लेने वाले ओपन स्कूल बोर्ड का तो वह आवेदन और शुल्क से मतलब रखता है।