बिलासपुर। पिछले दिनों गृहमंत्री ने बिलासपुर में बैठक के दौरान जुआ-सट्टा और नशे के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. इसके बाद पुलिस ने तत्काल हरकत में आते हुए दो बार में छापेमार कार्रवाई भी किया था. वहीं अब सट्टेबाजों को पकड़ने जा रही पुलिस की कलई खुल रही है. शहर में जुआ-सट्टा पकड़ने गई पुलिस की कार्रवाई के दौरान एक सटोरिये ने पुलिस की कार्रवाई पर ही सवाल उठा दिया. इस दौरान सटोरिये ने पुलिस के साथ बहस की और कई चौंकाने वाली बात कही, जिसका वीडियो भी सामने आया है.
आरोपी ने पुलिस को खरी खोटी सुनते हुए कहा, हां मैं सट्टा खिलाता हूं.. तोरवा पुलिस को पैसा देता हूं. सिपाही खुद रोज हिस्सा लेने आता है, रेलवे क्षेत्र में अकेला नहीं हूं. मुझे पकड़कर क्या कर लोगे, मैं पैर से दिव्यांग हूं. हिम्मत है तो उसे पकड़कर दिखाओ जो बुधवारी का किंग है.
दरअसल, गृह मंत्री विजय शर्मा ने बीते दिनों बैठक लेकर पुलिस अफसर को जुआ सट्टा पर लगाम लगाने के कड़े निर्देश दिए थे. इसी कड़ी में शंकरनगर-बापू नगर क्षेत्र में सट्टा का कारोबार खूब फल-फूल रहा है. मोहल्लेवासियों ने कई बार तोरवा पुलिस से इसकी शिकायत की, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ आश्वासन मिला.
बुधवारी क्षेत्र में सट्टा लिखने की खबर पर सिविल लाइन सीएसपी आईपीएस उमेश गुप्ता ने अचानक छापामार कार्रवाई की. सटोरिया संतोष बजाज एक पैर से दिव्यांग होने के बाद भी भागने लगा, तो पुलिस ने उसे दौड़ाकर पकड़ा. इस दौरान वह आत्महत्या की धमकी देने लगा और रेलवे ट्रैक की ओर भागने की कोशिश करने लगा. साथ ही गमछे को अपने गले में कसने की कोशिश करने लगा. पुलिसकर्मियों ने उसे रोका. इसके बाद सटोरिया बिफर गया, और तोरवा पुलिस पर एक के बाद कई गंभीर आरोप लगा दिए.