कोरबा। जिला पंचायत सीईओ संबित मिश्रा के एक आदेश से सचिवो में हड़कंप मच गया है। नौकरी कम और पंचायती ज्यादा करने वाले पंचायत सचिवों पर नकेल कसने की तैयारी से सचिवो के ब्रांडिंग करने वालो में खलबली मच गई है।
बता दें कि ग्राम पंचायत में काम कम नेतागिरी ज्यादा करने करने वाले सचिवो पर जिला प्रशासन ने आंखे तरेर ली है। इस कड़ी में 3 सचिवो की सेवा समाप्ति की गई है। वही 2 सचिवो को अनिवार्य सेवानिवृत्त की गई है। शासकीय राशि के दुरुपयोग के मामले में 7 सचिवो से रिकवरी के आदेश दिए है।
इन सचिवो का सेवा समाप्त
1 .ईश्वर धिरहे
2 कृपाल सिंह
3.प्रवीण कुमार यादव
इन्हें दी गई अनिवार्य सेवानिवृत
1. उदय सिंह आयाम,
2. जान सिंह राज,इन्होंने दिया त्यागपत्र
1. सुधाकर सिंह
खनिज न्यास मद सी.सी. रोड निर्माण, 14वें वित्त आयोग एवं तालाब गहरीकरण योजनाओं में वित्तीय अनियमितता के फलस्वरूप वर्तमान पंचायत पदाधिकारियों एवं पूर्व पंचायतचाधिकारियों के वित्तीय अनियमितता की कार्यवाही छ.ग. पंचायत राज अधिनियम 1993 की धारा के तहत् प्रकरण दर्ज कर समस्त अनुविभागीय अधिकारियों (राजस्व) द्वारा सरपंचों से बकाया राशि की वसूली की कार्यवाही की जा रही है तथा संबंधित 07 ग्राम पंचायत क्रमशः
1. कर्रा नवापारा- विशोक सिदार
2 छूरी खुर्द -भूषण सिंह कंवर
3. अजगरबहार – संतलाल कैवर्त
4. बरपाली-विरेन्द्र किरण
5. बेला-मुखी सिंह
6 अरसेना-अजय कुर्रे7. बेला – नागेन्द्र दीवान
इन पंचायतो से राशि की कटौती, उनके वेतन से प्रतिमाह वसूली की कार्यवाही की जा रही है।