न्यूज डेस्क।तेलंगाना के खम्मम जिले में 45 दिन पहले हुए एक हाई प्रोफाइल ट्रिपल मर्डर मिस्ट्री का खुलासा हो गया है. इस वारदात में एक डॉक्टर ने अपने ही पत्नी बच्चों को जहरीला इंजेक्शन देकर मार दिया था. इस घटना को एक्सिडेंट करार देने के लिए आरोपी ने डॉक्टर ने गाड़ी को पेड़ से टकरा दी थी. आरोपी ने यह वारदात अपनी प्रेमिका से मिलन में बाधा बन रही पत्नी को रास्ते से हटाने के लिए किया था. मामले का खुलासा होने के बाद खम्मम पुलिस ने आरोपी और उसकी प्रेमिका को अरेस्ट कर लिया है.
पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. मामला खम्मम के रघुनाथपालेम मंडल का है. पुलिस के मुताबिक यहां 45 दिन पहले एक सड़क दुर्घटना हुई थी. इस दुर्घटना में एक डॉक्टर की पत्नी और दो बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई थी. जबकि गाड़ी में ही बैठे डॉक्टर को एक खरोंच तक नहीं आई थी. इस घटना के संबंध में डॉक्टर पर संदेह प्रकट करते हुए उसके ससुराल वालों ने पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने फोरेंसिक विशेषज्ञों की मदद से 45 दिन तक मामले की जांच की. इस दौरान चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.
45 दिनों बाद हुआ हैरतंगेज खुलासा
पता चला कि आरोपी ने प्रेम प्रसंग की वजह से खुद ही अपनी पत्नी और दो बच्चों की हत्या की है. इस हत्या का तरीका तो और भी चौंकाने वाला था. पुलिस के मुताबिक डॉक्टर ने जो इंजेक्शन जान बचाने के लिए लगाया जाता है, उसी का इस्तेमाल अपने पत्नी बच्चों की हत्या में किया है. इन खुलासों के आधार पर पुलिस ने आरोपी डॉक्टर को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है. खम्मम पुलिस के मुताबिक आरोपी डॉक्टर की पहचान पालम मंडल के भावोजी टांडा में तैनात डॉ. प्रवीण के रूप में हुई है.
प्रेम प्रसंग में पत्नी को सुला दिया मौत की नींद
पुलिस के मुताबिक डॉ. प्रवीण की शादी एनकुरु मंडल राम नगर की रहने वाली कुमारी (28) के साथ साल 2019 में हुई थी. उस समय डॉ. प्रवीण हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में बतौर एनेस्थेटिस्ट का काम करता था. इन दोनों की दो बेटियां कृतिका (3) और कृषिका (5) थीं. इसी अस्पताल में काम करते समय डॉ. प्रवीण का यहां तैनात केरल की रहने वाली नर्स सोनी फ्रांसिस के संपर्क में आया. कुछ दिन की दोस्ती प्यार में बदल गई. इसकी खबर डॉ. प्रवीण की पत्नी कुमारी को मिली तो दोनों में काफी झगड़ा हुआ.
गूगल पर सर्च किया हत्या का तरीका
इसके बाद कुमारी लगातार डॉ. प्रवीण और सोनी फ्रांसिस के मिलन में बाधा बनने लगी. इससे परेशान होकर डॉ. प्रवीण ने अपनी प्रेमिका से मिलकर कुमारी को रास्ते से हटाने की योजना बनाई. इसके लिए दोनों ने गूगल पर तरीका खोजा, लेकिन कोई सटीक तरीका नहीं मिला तो आरोपियों ने अपने तरीके से ही हत्या का फैसला किया. इसके लिए आरोपी ने प्रवीण ने अस्पताल से 10 दिन की छुट्टी ली और पत्नी को लेकर अपने पैतृक गांव बाओजी टांडा आ गया. इस दौरान संयोग से कुमारी के पेट में दर्द होने लगा.