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जगन की बहन शर्मिला थामेंगी कांग्रेस का ‘हाथ’? लोकसभा में भाई को कर सकती हैं चैलेंज, यहां से शुरू हुई दोनों की रार

न्यूज डेस्क।आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी (YS Jagan Mohan Reddy) की बहन और वाईएसआर तेलंगाना पार्टी प्रमुख वाईएस शर्मिला (Y. S. Sharmila) जल्द ही कांग्रेस में शामिल होने वाली हैं। सूत्रों क मुताबिक कांग्रेस वाईएस शर्मिला को इस साल लोकसभा चुनाव में अहम भूमिका दे सकती है।

माना यह भी जा रहा है कि इस साल होने वाले आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान भी वह कांग्रेस की ओर से अहम भूमिका निभा सकती हैं। उनका यह कदम कांग्रेस को आंध्र प्रदेश में मजबूत करने के लिए एक अहम पहलू साबित हो सकता है। कांग्रेस इस उम्मीद में है कि वाईएसआरसीपी छोड़ने वाले लोग अब कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं और कांग्रेस विधानसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन कर सकती है।

जगन मोहन रेड्डी ने की है मनाने की कोशिश
वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने बहन वाईएस शर्मिला को मनाने के लिए अपने चाचा वाईएसआरसीपी के पूर्व सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी को भेजा था लेकिन बातचीत विफल रही।

जगन मोहन रेड्डी ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उन्हें लगा कि अगर उनकी बहन राज्य में दूसरे दल से मैदान में शामिल होंगी तो राज्य भर में उनका प्रभाव और छवि प्रभावित होगी। एक सूत्र ने कहा, “उन्होंने (शर्मिला) 31 दिसंबर और 1 जनवरी को हुई बैठकों में वाईएसआरसीपी में शामिल होने से साफ इनकार कर दिया था।”

2021 में अलग हो गए थे भाई-बहन
वाईएस शर्मिला के तेलंगाना में अपना संगठन बनाने के बाद जुलाई 2021 में भाई-बहन की जोड़ी राजनीतिक रूप से अलग हो गई थी। वाईएसआरसीपी और वाईएसआरटीपी दोनों का गठन वाईएसआर की विरासत को आगे बढ़ाने और “राजन्ना राज्यम” (वाईएसआर का शासन) वापस लाने के घोषित उद्देश्य से किया गया था। वाईएस शर्मिला के आंध्र प्रदेश की राजनीति में प्रवेश से राज्य में एक साथ होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में भाई-बहन के बीच द्वंद्व की संभावना बन गई है, जिसका असर जगन और कांग्रेस दोनों की भविष्य की संभावनाओं पर पड़ सकता है।

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