
कोरबा | 1 अगस्त 2025: कोरबा वनमंडल के कुदमुरा रेंज अंतर्गत बैगामार के घने जंगलों में एक नर हाथी की करंट लगने से दर्दनाक मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे अधिकारियों और कर्मचारियों ने देखा कि मृत हाथी के शरीर के पास बिजली के तार फैले हुए थे, जिससे संदेह हुआ कि मौत का कारण करंट हो सकता है।
जांच में जुटे वन अमले ने घटनास्थल के आसपास रहने वाले ग्रामीणों से पूछताछ शुरू की। छानबीन के बाद यह स्पष्ट हो गया कि हाथी को जानबूझकर खेत में लगाए गए बिजली के तार से करंट देकर मारा गया है। इस मामले में पुलिस और वन विभाग की संयुक्त कार्रवाई में तीन ग्रामीण – राम राठिया, बाबूराम और टीकाराम राठिया को गिरफ्तार कर लिया गया है।
वन अधिकारियों की मौजूदगी में घटनास्थल पर ही मृत हाथी का पोस्टमार्टम कराया गया, जिसकी रिपोर्ट में करंट लगने से मौत की पुष्टि हुई है।
हाथियों से फसल को बचाने के लिए जानलेवा उपाय
कोरबा के वनांचल क्षेत्रों में जंगली हाथियों का लगातार विचरण बना हुआ है। इन हाथियों के द्वारा फसलों को नुकसान पहुंचाने की घटनाएं आम हो चली हैं। अपनी मेहनत की खेती को नष्ट होते देख किसान कई बार बिजली के तार खेतों के चारों ओर फैला देते हैं, जिसमें करंट प्रवाहित कर वे जंगली जानवरों से सुरक्षा की कोशिश करते हैं। लेकिन जब कोई वन्यजीव इस जानलेवा व्यवस्था की चपेट में आ जाता है, तो यह मामला वन्यजीव संरक्षण कानून के तहत अपराध बन जाता है।
वन विभाग की चेतावनी और अपील
वन विभाग ने स्पष्ट किया है कि जंगल में करंट प्रवाहित करना गैरकानूनी है और वन्यजीव अधिनियम के अंतर्गत यह गंभीर अपराध है, जिसके लिए दोषियों को कड़ी सजा हो सकती है। विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए वैकल्पिक और कानूनी उपायों को अपनाएं। साथ ही, जंगली जानवरों से जुड़ी किसी भी समस्या की सूचना तत्काल स्थानीय वन कार्यालय को दें।