
कोरबा, 17 अगस्त।अशोक वाटिका को निजी हाथों में सौंपने के खेल पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष नत्थूलाल यादव ने बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मंत्री लखनलाल देवांगन, महापौर संजू देवी राजपूत और प्रशासन की मिलीभगत से शहरवासियों को ठगा जा रहा है। दिखावे के लिए नूरा कुश्ती रची जा रही है, जबकि हकीकत यह है कि निगम ने पहले से ही ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए निविदा जारी कर रखी है।
यादव ने कहा
“पहले खुद मंत्री देवांगन ने शुल्क थोपने का फैसला लिया, अब घड़ियाली आंसू बहाकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। अगर वास्तव में हितचिंतक हैं तो लिखित आदेश जारी कर निविदा निरस्त करें।”
मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
जिलाध्यक्ष ने इस मामले में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर स्पष्ट मांग की है कि अशोक वाटिका की नीलामी को तुरंत रद्द किया जाए। उनका कहना है कि निगम खुद निर्माण एजेंसी रहा है, लेकिन विकास पूरा होने के बाद वाटिका को नीलामी के जरिए निजी हाथों में सौंपने का षड्यंत्र रचा गया।
भाजपा पर सीधा हमला
नत्थूलाल यादव ने भाजपा की नीति को ही जनविरोधी करार दिया। उन्होंने याद दिलाया कि—
1990 में भाजपा सरकार ने कोरबा का पहला 100 मेगावाट ताप विद्युत संयंत्र बेच दिया।
2001 में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने सार्वजनिक उपक्रम BALCO का निजीकरण किया।
कोरबा शहर में दीनदयाल सांस्कृतिक भवन को नीलाम कर आज आशीर्वाद प्वाइंट में बदल दिया गया।
यादव बोले—“भाजपा की कार्यशैली ही जनता की संपत्ति बेचना है। अब अशोक वाटिका को ठेके पर देकर जनता से शुल्क वसूलने की तैयारी है।”
कोरबा का सबसे बड़ा उद्यान
अशोक वाटिका शहर का सबसे बड़ा उद्यान है, जो 40 एकड़ में फैला है। पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल की पहल पर बने इस उद्यान में रोज़ 500 से ज्यादा लोग वॉक, व्यायाम, योग और मनोरंजन के लिए पहुंचते हैं। यहां स्कूली बच्चे पिकनिक मनाते हैं और परिवार आयोजन करते हैं। नत्थूलाल यादव का कहना है कि जनता के लिए बने इस उद्यान को नीलामी के नाम पर निजी हाथों में देना सीधा जनहित पर कुठाराघात है।