बिलासपुर। अनुशासनहीन पुलिस कर्मियों के विरुद्ध पुलिस अधीक्षक द्वारा सख्त कार्यवाही की गई है। इन पुलिस आरक्षकों के खिलाफ अपराधिक प्रकरण भी दर्ज था। आरक्षकों की आपराधिक संलिप्तता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने उन्हें निलंबित कर दिया है। एक आरक्षक को बर्खास्त और एक को कठोर दंड से दंडित किया गया है। साथ ही बाढ़ में अपनी जान की परवाह किए बिना सात लोगों की जान बचाने वाले आरक्षक को सम्मानित किया गया है।
बिलासपुर जिले के सरकंडा थाना में आरक्षक क्रमांक 888 सौरभ चौबे पदस्थ था। इसी थाने में उसके ऊपर एक युवती ने शादी का झांसा देखकर रेप करने और उसके बाद दूसरी जगह सगाई कर लेने का आरोप लगा अपराध दर्ज करवाया था। आरक्षक मामले में फरार चल रहा था। हाईकोर्ट से भी जमानत खारिज होने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। उसे पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया है। इसके अलावा सकरी थाना में पदस्थ आरक्षक क्रमांक 729 नीलकमल राजपूत के विरुद्ध सरकंडा थाना क्षेत्र अंतर्गत मोपका चौकी में शराब तस्करी करने के मामले में अपराध हुआ है। आरक्षक अपनी गाड़ी में ही अपने साथियों से शराब की तस्करी करवा रहा था। उसकी गाड़ी में उसकी वर्दी बलवा ड्रिल का सामान आईडी कार्ड आदि भी रखे थे। अपराध दर्ज होने और साथियों के गिरफ्तार होने पर वह फरार हो गया है। उसे भी पुलिस अधीक्षक ने निलंबित किया है।
विभागीय सेवा शर्तों के विपरीत आचरण पाए जाने पर एवं अनाधिकृत अनुपस्थिति के प्रकरणों को गंभीरता से लेकर पुलिस अधीक्षक के द्वारा कार्यवाही की जा रही है। लंबे समय से कर्तव्य से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित आरक्षक क्रमांक 751 देव कुमार जगत को विभाग की सेवा से पृथक करने के अलावा आरक्षण क्रमांक 437 शेखर मिंज को कठोर दंड से दंडित किया गया है।
दूसरी और रतनपुर थाने के डायल 112 के आरक्षक क्रमांक 2328 बसंत दास मानिकपुरी को थाना रतनपुर क्षेत्र के ग्राम बगदेवा में आए बाढ़ में डूबे घर से नवजात शिशु, 3 साल के बच्चे,तीन बुजुर्ग महिलाओं सहित कुल 7 लोगों को सुरक्षित घर से निकल गया था। उनके अनुकरणीय कार्य के लिए पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने प्रशस्ति पत्र स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया। इसके अलावा बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला ने भी बेलतरा थाने पहुंचकर जान पर खेल कर लोगों की जान बचाने वाले आरक्षक बसंत दास मानिकपुरी को सम्मानित किया गया है।