Love Jihad Controversy : लव जिहाद विवाद में कोरबा में फायरिंग…! तीन गिरफ्तार…मुख्य साजिशकर्ता फरार…इलाके में दहशत
उत्तरप्रदेश से बुलाए गए शूटर, धार्मिक विवाद बना जानलेवा

कोरबा, 27 सितंबर। Love Jihad Controversy : जिले के कटघोरा थाना क्षेत्र के कसनिया गांव में एक व्यवसायी के घर पर हुई फायरिंग की सनसनीखेज वारदात ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। वारदात के पीछे एक प्रेम प्रसंग, कथित लव जिहाद और अंतरधार्मिक विवाह का विवाद जुड़ा हुआ है। पुलिस ने अब तक उत्तर प्रदेश के शूटर समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य साजिशकर्ता अब भी फरार है।
घटना की मुख्य बातें
फायरिंग की यह घटना 21 सितंबर की रात लगभग 9:45 बजे घटी, जब बाइक सवार बदमाशों ने सिकंदर मेमन के घर पर दो राउंड फायरिंग की। एक गोली दुकान के शटर पर, जबकि दूसरी गोली मुख्य दरवाजे के पार जा लगी। परिवार के सभी सदस्य उस वक्त घर पर मौजूद थे, लेकिन गनीमत रही कि किसी को चोट नहीं आई। घटना को अंजाम देने के बाद भाग रहे एक आरोपी को स्थानीय लोगों ने बस में पकड़ लिया। उसने कपड़े बदलकर पहचान छिपाने की कोशिश की थी।
कोरबा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए, पेशेवर शूटर दुर्गेश पांडे (प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश), हर्ष सिंह (कोरबा), आशीष जांगड़े (कोरबा) को गिरफ्तार किया है। तीनों की निशानदेही पर देसी कट्टा और बाइक जब्त की गई है। मुख्य आरोपी की तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुई हैं। एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि, मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। फायरिंग में प्रयुक्त हथियार व अन्य तकनीकी सबूत जुटाए जा रहे हैं।
प्रेम प्रसंग से जुड़ा मामला
तौसीफ मेमन नामक युवक का एक कॉलेज छात्रा के साथ प्रेम संबंध चल रहा था। युवती 21 अप्रैल 2025 को घर से कॉलेज जाने के बहाने निकली और लापता हो गई। बाद में दोनों को कोलकाता में मस्जिद में निकाह करते हुए पाया गया। पुलिस ने वापस लाकर पूछताछ की। हिंदू संगठनों के विरोध के बाद युवती को सखी सेंटर में भेजा गया।
कोर्ट ने निकाह को माना अवैध
तौसीफ ने हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर कर कहा कि युवती उसकी पत्नी है। कोर्ट ने निकाह को अवैध करार दिया और युवती को सखी सेंटर में रखने का निर्देश दिया। कोर्ट ने स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत विवाह का सुझाव दिया, जिस पर दोनों ने अपर कलेक्टर कार्यालय में आवेदन दिया, लेकिन 18 सितंबर को वह खारिज हो गया। तौसीफ ने कहा था कि वे जिला कोर्ट में दोबारा आवेदन देने वाले थे, लेकिन फायरिंग की घटना उसी सुबह हो गई।
तौसीफ ने बताया कि उन्हें पहले से फोन और व्हाट्सऐप पर धमकियां मिल रही थीं, जिसमें खुद को विश्व हिंदू परिषद से जुड़ा बताने वाले लोग शामिल थे। तौसीफ के चाचा सिकंदर मेमन ने आरोप लगाया कि, “कोर्ट मैरिज की कानूनी प्रक्रिया को लेकर हम अदालत जा रहे थे। आवेदन खारिज होने से कुछ लोग तिलमिला गए और हमला करवाया।
परिजनों का आरोप
युवती के परिजनों का आरोप है कि तौसीफ ने नाम छिपाकर शादी की और युवती को बहला-फुसलाकर ले गया। परिजनों ने लव जिहाद का आरोप भी लगाया। कोर्ट ने कहा कि विवाह वैध नहीं है, और युवती को सखी सेंटर में रखने के निर्देश दिए।
बहरहाल, पुलिस की कई टीमें मुख्य आरोपी की तलाश में हैं। धमकियों की कॉल डिटेल, सोशल मीडिया चैट्स और धार्मिक संगठनों की भूमिका की तकनीकी जांच की जा रही है। तौसीफ और उनके परिवार ने सुरक्षा की मांग की है।