
प्रतीकात्मक तस्वीर
कोरबा। ग्रामीण यांत्रिकी सेवा (RES) संभाग के कार्यपालन अभियंता पर नियम और कायदे को दरकिनार कर मनमानी करने के आरोप लगे हैं। विभाग में चहेते ठेकेदारों को उपकृत करने और जूनियर इंजीनियर को एसडीओ का प्रभार देने को लेकर अंदरखाने चर्चा तेज है।
जानकारी के अनुसार, विभाग में लंबे समय से टेंडर मैनेजमेंट का खेल चल रहा है। सूत्रों की मानें तो कुछ ठेकेदारों को बाजार दर से अधिक दरों पर काम देकर सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाया गया है।
खास बात यह है कि कार्यपालन अभियंता ने 2013 बैच के एक सब-इंजीनियर को एसडीओ का प्रभार दे दिया है, जबकि 2011 बैच के वरिष्ठ इंजीनियर उन्हीं के अधीन काम कर रहे हैं। विभागीय कर्मचारी इस निर्णय को पूरी तरह अनुचित और पक्षपातपूर्ण बता रहे हैं।
विभागीय सूत्रों का कहना है कि पूरा मामला “चहेतों को फायदा और नियमों की अनदेखी” का उदाहरण बन गया है। फिलहाल इस पर उच्च स्तर से जांच की मांग उठाई जा रही है।
ठेकेदारों ने दी चेतावनी
स्कूल जतन योजना के तहत कराये गये जीर्णोद्धार एवं अतिरिक्त कक्ष निर्माण कार्य की रोकी गई राशि के भुगतान हेतु अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन की चेतावनी ठेकेदारों ने दी है।
कार्यपालन अभियंता, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग, कोरबा को लिखे आवेदन में समस्त ठेकेदारों ने कहा है कि स्कूल जतन योजना में कराये गये कार्यों की रोकी गई राशि के संबंध में ठेकेदारों ने कलेक्टर कोरबा से भेंट कर राशि भुगतान के संबंध में मांग किया था जिस पर कलेक्टर ने भुगतान संबंधी निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी एवं कार्यपालन अभियंता को दिया था। लेकिन कार्यालय कार्यपालन अभियंता, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा की हठधर्मिता के कारण आज तक भुगतान नही हो पाया है।