कोरबा। 1 लाख की सुपारी देकर उप सरपंच की हत्या कराने की साजिश रची गयी थी। कोरबा पुलिस ने उप सरपंच रामकुमार की हत्या कराने की प्लानिंग की थी, हालांकि धोखे से किसी और गोली लग गयी। पुलिस ने इस मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने पूरी घटना का खुलासा किया है। पुलिस ने बताया है कि पूरी घटना का मास्टर माइंड सरपंच का देवर गजेंद्र है। सरपंच के देवर गजेंद्र ने राजनीतिक प्रतिद्वदिता की वजह से उप सरपंच की सुपारी दी थी।
हालांकि इस मामले में कोरबा पुलिस का पहले बयान आया था कि एयरगन से फायरिंग की गयी है। लेकिन जांच में ये बातें सामने आयी है कि देशी पिस्टल से हत्या की गयी है। एसपी के मुताबिक सरपंच के देवर ने अपने प्रतिद्वंद्वी जनप्रतिनिधि की हत्या के लिए सुपारी दी थी, जिसमें देसी रिवाल्वर से गोली मारी गयी थी। युवक की इलाज के दौरान मौत हो गयी थी, पुलिस ने 6 आरोपी को किया गिरफ्तार किया है।
आपको बता दें कि कोरबा जिले के सीमांत कोरबी पुलिस चौकी क्षेत्र के ग्राम पंचायत बुढ़ापारा कुरथा में 6 जनवरी 2025 को हत्या की गयी थी। उप सरपंच रामकुमार की हत्या की साजिश रची गई थी और दो अन्य को भी टारगेट में रखा गया था। जानकारी के मुताबिक गोली उपसरपंच के लिए चलाई गई थी लेकिन उसके पीछे मोटरसाइकिल में बैठे रोजगार गारंटी योजना के मेट कृष्णा पांडे को गोली लग गई।
बिलासपुर में उपचार के दौरान कृष्णा पांडे की मौत हो गई है। मामले में अतिरिक्त धारा जोड़ी जा रही है।बताया जा रहा है कि रोजगार सहायक कुलेश और सचिव भी इनके टारगेट में थे। सरपंच के देवर गजेंद्र को आशंका थी, कि उसके सारे कामों पर उप सरपंच अड़ंगा लगा देता है। जिसकी वजह से रामकुमार को मारने की प्लानिंग गजेंद्र ने की थी। घटना के दिन सरपंच के निवास से कुछ दूरी पर ही इस वारदात को अंजाम दिया गया।
इस मामले में मुख्य आरोपी शूटर राजकुमार निवासी एमसीबी जिला, साजिशकर्ता मास्टरमाइंड गजेंद्र सिंह जो सरपंच का देवर है। घटना में प्रयुक्त पिस्टल सूरजपुर से खरीदी गयी थी।