
कोरबा। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल शुक्रवार को कोरबा जिले के हरदीबाजार पहुंचे। यहां उन्होंने उन ग्रामीणों से संवाद किया जिनकी भूमि कोयला खदान विस्तार के लिए अधिग्रहित की जानी है। ग्रामीणों की समस्याएं सुनने के बाद बघेल ने साफ कहा कि “जब तक प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा और रोजगार की गारंटी नहीं दी जाती, तब तक किसी भी तरह का भूमि अधिग्रहण स्वीकार्य नहीं होगा।”
कार्यक्रम में पूर्व विधायक बोधराम कंवर समेत सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे। ग्रामीणों ने भूपेश बघेल को बताया कि एसईसीएल प्रबंधन ने अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है, लेकिन अब तक यह स्पष्ट नहीं किया गया कि उन्हें कितना मुआवजा मिलेगा और परिजनों को किस स्वरूप में नौकरी दी जाएगी। ग्रामीणों का कहना था कि उनकी पीढ़ियां खेती और जमीन पर आश्रित हैं। यदि बिना व्यवस्था के जमीन छीनी गई तो उनका जीवनयापन संकट में पड़ जाएगा।
ग्रामीणों की पीड़ा सुनने के बाद भूपेश बघेल ने कहा कि कांग्रेस हमेशा किसानों, मजदूरों और विस्थापितों के साथ खड़ी रही है। उन्होंने केंद्र सरकार और एसईसीएल प्रबंधन को चेताया कि विकास के नाम पर आम जनता का भविष्य दांव पर नहीं लगाया जा सकता। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जब तक प्रभावित परिवारों को लिखित में मुआवजा राशि और नौकरी की शर्तें नहीं दी जातीं, तब तक अधिग्रहण का कोई औचित्य नहीं है।
भूपेश बघेल ने आगे कहा कि देश के लिए कोयला उत्पादन जरूरी है, लेकिन इसके नाम पर स्थानीय लोगों का हक़ नहीं छीना जा सकता। यदि प्रबंधन एकतरफा कार्रवाई करेगा तो व्यापक जनआंदोलन खड़ा किया जाएगा। उनके इस बयान से ग्रामीणों में उत्साह दिखा और उन्होंने बघेल को भरोसा दिलाया कि वे अपनी जमीन और अधिकार बचाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।
इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत पूर्व विधायक पुरुषोत्तम कंवर समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया।