KORBA : सभापति की अदृश्य कृपा दृष्टि और बंशी वाले किशन कन्हैया की भक्ति

कोरबा।भक्ति गीत “मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है!करते हो तुम कन्हैया ,मेरा नाम हो रहा है..!! सभापति चुनाव नतीजे के बाद शहर की राजनीति में गुंजायमान हो रहा है।
दरअसल सभापति चुनाव जीतने के बाद मधुर मुस्कान के साथ नवनिर्वाचित नेता का बयान मुझे चुनाव लड़ने किसी नेता ने नहीं कहा.. छत्तीसगढ़ महतारी की आवाज पर मैं लड़ा और जीता…! उनके इस बयान के बाद भाजपा संगठन में कोहराम मच गया। राजनीतिज्ञ चाणक्यो ने नेता जी के बयान का अर्थ तलाशना शुरू किया तो पाया मधुर मुस्कान के पीछे अदृश्य शक्ति का आशीर्वाद है। सो वे भी कहने लगे बंशी वाले कन्हैया जब साथ हो तो बंशी की सुरीली आवाज में गोपियां धिरकने से अपने आप को नही रोक पाई तो पार्षद क्या चीज है..! बाते भी सच है जब बिना किसी शक्ति के सभापति निर्वाचित होना दुष्कर नही बल्कि असंभव था।
भाजपा के लिए परिणाम विपरीत आने के बाद संगठन और सत्ता के लीडर उस अदृश्य शक्ति को खोज कर रहे है जिसकी कृपा से “दिलवाले” सभापति की कुर्सी लूट ले गए…!
यही नही हार पर रार को लेकर भाजपा सभापति प्रत्याशी के समर्थक “दिलवाले” फ़िल्म में सुपरहिट संवाद हमे तो अपनो ने लूटा गैरो में कहां दम था जहां कश्ती है डूबी वहां पानी कम था” की लय में अपने दर्द को बता रहे हैं।