Korba: वृद्ध महिला को कुचलने के बाद मखुरपानी के जंगल में हिंसक हाथी ने डाला डेरा.. फारेस्ट ने किया अलर्ट जारी…
कोरबा। बीती रात घर पर सो रहे एक पहाड़ी कोरवा को मौत के नींद सुलाने के बाद हिंसक हाथी वन मंडल कोरबा के बालको रेंज सतरेंगा मार्ग पर मखुरपानी में डेरा डाल दिया है। आक्रामक हो चुके हाथी से निपटने वन विभाग की टीम ने इस मार्ग पर पहरा लगा दिया है। विभाग के ग्रामीणों को अलर्ट करते हुए सुरक्षित रहने की सलाह दे रहे है।
बता दें कि आज 75 वर्षीय पहाड़ी कोरवा हलाई बाई घर पर सो रही थी इस दौरान अचानक से हाथी का दहाड़ सुन कर वो घर पर छुपी हुई थी वही किसी तरह वह हाथी को देख भाग रही थी इस दौरान हाथी ने हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया वही दो मवेशियों को भी उसने मार दिया। इस घटना के बाद आसपास रहने वाले लोग भी दहशत में आ गए और किसी तरह रात भर डर के साए में जीने को मजबूर थे इसकी सूचना तत्काल वन विभाग को दी गई जहां वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच घटनाक्रम की जानकारी ली और आसपास गांव में मुनादी कराई गई लाउडस्पीकर के माध्यम से हाथी के पीछे-पीछे वहां जा रही थी और लोगों को अलाउंस कर चेतावनी दे रही थी कि गांव में हाथी आया है घर से बाहर न निकले वही जंगल की ओर न जाए।
बालको रेंजर जयंत सरकार ने बताया कि रात के वक्त सूचना मिलते हि बीट गार्ड और वन विभाग की तीन मौके पर पहुंची और घटनाक्रम की जानकारी ली गई है वन हमला मौके पर मौजूद है और हाथी पर नजर बनाए रखे हुए हैं।
आपको बता दे हाथी पिछले एक माह से कोरबा जिले के पाली वन परिक्षेत्र में दो लोगों को पहले मौत के घाट उतारा उसके बाद जांजगीर चापा जिले के पंतोरा जंगल में कई दिनों तक डेरा डाला हुआ था उसे रेस्कयू पर खड़े रहने अचानक मार्ग से एक महावत और कुमुदनी हाथी को लाया गया था जो कंट्रोल नहीं होने पर वापस एक सप्ताह बाद लौट गई।पंतोरा जंगल से होते हुए वह बिलासपुर वन मंडल पहुंचा उसके बाद पाली वन मंडल में एक को मौत के घाट उतारा और अब बालको वन मंडल में आतंक मचाया हुआ है।
एक दशक से छतीसगढ़ में मानव-हाथी का संघर्ष चिंता का विषय
पिछले एक दशक से छतीसगढ़ के उत्तरी भाग में मानव और हाथी का संघर्ष काफी बड़ी चिंता का कारण रहा है. हाल के दिनों में हाथियों का ये हमला राज्य के मध्य क्षेत्र में भी काफी बढ़ गया है. राज्य के सरगुजा, रायगढ़, कोरबा, सूरजपुर, महासमुंद, धमतरी, गरियाबंद, बालोद, बलरामपुर और कांकेर जिलों में हाथियों के हमले और उत्पात से जुड़ी खबरें अक्सर सामने आती रहती हैं. बीते पांच सालों में राज्य में 310 लोग इन हमलों में अपनी जान गवां चुके हैं. वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पिछले महीने ही कोरबा जिले में हाथी ने तीन महिलाओं को मार डाला था.