Featuredदेशपुलिसपेज 3

गहना वशिष्ठ से ईडी ने की पोर्नोग्राफी केस में 7 घंटे पूछताछ, राज कुंद्रा को लेकर भी दिया बयान

न्यूज डेस्क। एक्ट्रेस गहना वशिष्ठ से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को सात घंटे तक पूछताछ की. ये मामला हॉटशॉट ऐप से जुड़ा है जिसे लेकर गहना के साथ साथ कई नामी लोगों के खिलाफ जांच चल रही है. इन पर आरोप है कि इन्होंने कथित रूप से अश्लील सामग्री अपलोड की. पूछताछ के बाद गहना वशिष्ठ ने ईडी कार्यालय के बाहर मीडिया को बताया कि उन्हें मंगलवार को एक बार फिर पेश होने के लिए कहा गया है.

गहना वशिष्ठ ने बताया कि ईडी ने सबसे पूछा कि उन्होंने हॉटशॉट के लिए कौन-कौन सी फिल्में बनाई हैं और इसके बदले उन्हें कितने पैसे मिले. गहना ने बताया कि उन्हें हॉटशॉट ऐप के जरिए जो पेमेंट्स मिलती थीं, वह जीबीपी (ब्रिटिश पाउंड) में होती थी, जिसे बाद में भारतीय रुपये में कन्वर्ट करवा लिया जाता था. उन्होंने इस दौरान यह भी साफ किया कि उनका संपर्क उमेश कामत के जरिए था और उनका कोई सीधा संपर्क राज कुंद्रा से नहीं था.

 

गहना वशिष्ठ ने राज कुंद्रा के बारे में क्या बताया

गहना ने बताया कि उन्हें हमेशा से यही बताया गया था कि हॉटशॉट का ऐप राज कुंद्रा का था, लेकिन वह खुद राज कुंद्रा से सिर्फ एक बार जनवरी 2021 में मिली थीं. उन्होंने कहा कि हॉटशॉट ऐप के ऑफिस में एक बार उन्होंने राज कुंद्रा के परिवार की तस्वीरें देखी थीं और वहीं पर “वियान इंडस्ट्रीज” का नाम भी लिखा हुआ था, जिससे यह अंदाजा लगता है कि यह ऐप राज कुंद्रा की कंपनी से जुड़ा हो सकता है. हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका राज कुंद्रा के साथ कोई व्यक्तिगत संपर्क नहीं था.

 

एक फिल्म के लिए कितना मिलता था पेमेंट

गहना ने हॉटशॉट ऐप पर फिल्मों के निर्माण के लिए भुगतान के बारे में बताया कि हर फिल्म के लिए तीन लाख रुपये मिलते थे, जिसमें से 1.50 लाख रुपये एडवांस होते थे और बाकी 1.50 लाख रुपये फिल्म के बाद मिलते थे. अगर फिल्म में बड़ी हीरोइन होती थी, तो उमेश कामत ज्यादा पैसे देता था, जिसे वह सीधे कलाकारों को देता था.

लंदन से चलता था काम

उन्होंने बताया कि हॉटशॉट ऐप का ऑफिस लंदन में था और वहां से फिल्में अपलोड की जाती थीं. पेमेंट के रूप में उन्हें पाउंड में पैसे मिलते थे, जिसे वह रुपये में बदलवाती थीं.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button