रायपुर, 10 जुलाई। Big Action in Liquor Scam : छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित 2174 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में राज्य सरकार ने अब तक की सबसे बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की है। आबकारी विभाग ने 22 वाणिज्य कर और आबकारी अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई घोटाले में कथित संलिप्तता और लापरवाही के चलते की गई है।
इससे पहले सोमवार, 7 जुलाई को आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने मामले में 29 आबकारी अधिकारियों के खिलाफ विशेष कोर्ट में लगभग 2300 पन्नों का चालान पेश किया था। कोर्ट ने इस चालान को स्वीकार कर लिया है, जिससे अब कानूनी कार्रवाई का रास्ता साफ हो गया है।
क्या है शराब घोटाला?
यह घोटाला वर्ष 2019 से 2023 के बीच कथित रूप से हुआ, जिसमें राज्य में शराब की खरीद, बिक्री और वितरण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताएं सामने आईं। जांच एजेंसियों का आरोप है कि सरकारी शराब दुकानों के माध्यम से कथित रूप से फर्जी बिक्री और कमीशनखोरी के जरिए अरबों रुपये का गबन किया गया।
अब तक की बड़ी बातें
22 अधिकारी निलंबित
29 अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल
2300 पन्नों की विस्तृत चार्जशीट
मामला विशेष कोर्ट में विचाराधीन
आगे क्या?
विशेष अदालत में सुनवाई के बाद तय होगा कि आरोपियों के खिलाफ मुकदमा चलेगा या नहीं। वहीं सरकार द्वारा की गई यह निलंबन की कार्रवाई संकेत देती है कि मामले को लेकर अब कोई नरमी नहीं बरती जाएगी और जिम्मेदार अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।