दुर्ग। दुर्ग जिले में एनएसपीसीएल कॉलोनी और रसमड़ा में हुई डकैती और चोरी के मामले में पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने 22 वर्षीय आरोपी राजेंद्र कटार को इंदौर से गिरफ्तार किया, जो चोरी का माल खपाने में शामिल था। आरोपी के कब्जे से 600 ग्राम सोना, 340 ग्राम चांदी और सोने-चांदी गलाने तथा तौलने की मशीन बरामद की गई है।
बता दें कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी जितेंद्र शुक्ला के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया था। जांच के दौरान यह सुराग मिला कि वारदात में शामिल आरोपी मध्यप्रदेश के धार से थे। दुर्ग पुलिस की टीम ने 120 दिनों तक मध्यप्रदेश के धार, झाबुआ, और अलीराजपुर में कैंप लगाकर आरोपियों की पृष्ठभूमि की गहन जांच की। पुलिस ने धोखे से किराएदार बनकर इंदौर के राजाबाग क्षेत्र में जाल बिछाया, जिससे आरोपी राजेंद्र कटार की गिरफ्तारी संभव हो सकी।
CG Crime : आरोपियों की पहचान और नेटवर्क का खुलासा-
इस मामले में राजेंद्र कटार ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह कपिल जैन के लिए चोरी और डकैती के जेवरातों को गलाकर सिल्ली बनाने का काम करता था। आरोपी ने बताया कि उसे प्रतिदिन 500 रुपये पारिश्रमिक दिया जाता था। उसने अन्य आरोपियों के नाम भी उजागर किए, जिनमें दीपक सेंगर, अनिल चौहान, अनिल बघेल, गणपत डावर आदि शामिल हैं।
फरार मुख्य आरोपी की तलाश जारी-
हालांकि, पुलिस का मुख्य निशाना आशीष पटलिया था, जो कपिल जैन का एजेंट था। पुलिस ने आशीष के संभावित ठिकानों पर रेड की, लेकिन वह फरार हो गया। पुलिस ने आशीष पटलिया के घर ग्राम अमझेरा, जिला धार में भी छापा मारा, लेकिन वह वहां से भी पहले ही फरार हो चुका था।
CG Crime : पुलिस टीम को इनाम-
एसपी जितेंद्र शुक्ला ने इस महत्वपूर्ण सफलता के लिए पुलिस टीम को 10,000 रुपये इनाम देने की घोषणा की। दुर्ग पुलिस का यह अभियान डकैती और चोरी के मामलों में संलिप्त अपराधियों को पकड़ने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि साबित हुआ है।