इंदौर। इंदौर के खजराना क्षेत्र में भाजपा नेता के घर चल रहे सट्टे पर कार्रवाई के मामले में खजराना टीआई सुजीत श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया गया है। डीएसपी के निर्देश पर सट्टे के अड्डे पर दबिश दी गई थी। जिसमें बड़ी मात्रा में कैश बरामद हुआ था। उधर इस मामले में शामिल और भी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हो सकती है।
यह है पूरा मामला
पुलिस ने बुधवार दोपहर भाजपा नेता सलीम मंसूरी के घर छापा मारा। मंसूरी पुलिसवालों से साठगांठ कर बड़े पैमाने पर सट्टे का अड्डा संचालित कर रहा था। आरोपित ने विधायक (भाजपा) प्रतिनिधि बताकर पुलिस अफसरों को रौकने की कोशिश भी की। मौके से 11 लाख 77 हजार रुपये कैश बरामद हुए। मंसूरी सहित छह लोगों की गिरफ्तारी की थी।
पुलिस आयुक्त राकेश गुप्ता को सूचना मिली थी कि अशर्फीनगर निवासी सलीम मंसूरी लंबे समय से सट्टा खा रहा है। अफसरों से साठगांठ और विधायक का करीबी होने से कभी कार्रवाई नहीं हुई। सीपी ने जोन-2 के डीसीपी अभिनय विश्वकर्मा से कार्रवाई करवाई।
डीसीपी ने परदेशीपुरा एसीपी(आइपीएस)नरेंद्र रावत की टीम गठित की और खजराना पुलिस को बताए बगैर छापा मारा था। सलीम ने अफसरों से हुज्जत कर रोकने की कोशिश भी की थी।
विजयनगर, एमआइजी और परदेशीपुरा की टीम ने सलीम और उसके बेटे आलम मंसूरी को हिरासत में लिया और घर से 11 लाख 77 हजार रुपये जब्त कर लिए। पुलिस ने सलीम के साथी रईस, इरफान, युसूफ और मुनव्वर को भी पकड़ा। सलीम के घर में 18 जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं।
थाना प्रभारी और बीट अधिकारी की भूमिका संदिग्ध
सलीम के विरुद्ध कईं प्रकरण दर्ज है। पूरा थाना सट्टे के अड्डे से वाकिफ था। मामले में थाना प्रभारी सुजीत श्रीवास्तव सहित बीट अधिकारी की भूमिका संदिग्ध बताई गई।