कोरबा। अब से प्रत्येक माह की सात तारीख को ग्राम पंचायतों में रोजगार दिवस मनाया जाएगा। इस दिन शासन की योजनाओं व खासकर मनरेगा के फायदे और विशेषताएं तो बताए जाएंगे ही, ग्रामीण युवाओं को काम-काज संबंधित जानकारियों के साथ आत्मनिर्भर बनने के टिप भी प्रदान किए जाएंगे। इस संबंध में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संबित मिश्रा ने जरूरी बातों से अवगत कराते हुए सभी जनपद सीईओ को दिशा-निर्देश दिए हैं।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत ग्रामीणों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से बुधवार को ग्राम पंचायतों में रोजगार दिवस मनाया गया। जिसमें ग्रामीणों को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम की विशेषताओं के संबंध में जानकारी दी गई। जिला पंचायत कोरबा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संबित मिश्रा ने सभी जनपद पंचायतों के सीईओ व कार्यक्रम अधिकारियों को निर्देशित किया है कि मनरेगा की जागरूकता के लिए ग्राम पंचायतों में प्रत्येक माह की 7 तारीख को रोजगार दिवस आयोजित किए जाएं।
इसके परिपालन में बुधवार को ग्राम पंचायतों में रोजगार दिवस मनाया गया। रोजगार दिवस में तकनीकी सहायक व रोजगार सहायकों ने ग्रामीणों को मनरेगा के तहत बनाए गए अमृत सरोवर के महत्त्व और उपयोगिता की जानकारी दी. रोजगार दिवस में मनरेगा की विशेषताएं – कार्य की मांग का अधिकार,जॉब कार्ड उपलब्ध कराना, शिकायतों का निराकरण, 7 पंजी संधारण, जॉब कार्ड अद्यतन, निर्माण कार्यों के नागरिक सूचना पटल का निर्माण व उसके महत्व की जानकारी, मनरेगा के तहत किए जाने वाले जल संरक्षण व जल संवर्धन के कार्य, जल शक्ति अभियान संबंधी कार्यों की जानकारी, आधार बेस्ड मजदूरी भुगतान, नेशनल मोबाइल मॉनीटरिंग सिस्टम आदि के विषय में बताया गया। जिले के सभी विकासखंडों के ग्राम पंचायत बरीडीह, कुरूडीह, करमंदी, अरदा, लेंगा,पिपरिया, गाड़ापाली, दादर कला, संडेल, कर्रा नवापारा, पुटुवा बिरतराई, तानाखार, मड़ई, पुरेना, ढेलवाडीह, पहन्दा, अमझर खोंडरीपसान, बांझीवन, धवईपुर, करूमहुआ, जेंजरा सहित अन्य ग्राम पंचायतों में रोजगार दिवस मनाया गया जिसमें तकनीकी सहायक, रोजगार सहायक सहित ग्रामीण श्रमिक उपस्थित थे।