
धमतरी।छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के गंगरेल डैम में 25 मई को लापता हुआ युवक आखिरकार दिल्ली में मिल गया. पहले लोगों को लग रहा था कि युवक गंगरेल डैम में डूब गया, लेकिन पुलिस की जांच में यह पता चला कि युवक डूबा नहीं बल्कि डूबने का नाटक कर चुपचाप दिल्ली भाग गया. फिलहाल, पुलिस उसे अपने कब्जे में लेने के बाद रुद्री थाने ले आई है.
धमतरी पुलिस की शुरुआती पूछताछ में पता चला कि युवक कर्ज में डूबा था. कर्ज देने देने वाले लगातार उसे परेशान कर रहे थे, जिसके चलते उसने डैम में डूबने का नाटक किया. युवक अपने कपड़े, मोबाइल और चप्पल डैम के किनारे छोड़कर भाग गया था.
पुलिस ने शव ढूंढने के लिए चलाया था सर्च ऑपरेशन
धमतरी के कवर्धा निवासी हेमंत चंद्रवंशी 24 में को अपने कर्मचारियों के साथ गंगरेल डैम आया था. यही पास के रिसोर्ट में वह रुका था. पुलिस ने बताया कि 25 में को हेमंत अंगारमोती मंदिर के पीछे नहाने गया. इस दौरान उसने अपने कर्मचारियों को कुछ सामान लेने के लिए भेज दिया. जैसे ही कर्मचारी गया हेमंत ने अपने कपड़े, मोबाइल और चप्पल डैम किनारे रख दिए और वहां से फरार हो गया.
जब हेमंत का कर्मचारी वापस आया तो उसने डैम के किनारे हेमंत की सामान देखे. हेमंत का कोई अता-पता नहीं था. इसके बाद कर्मचारियों ने रुद्री थाने में घटना की जानकारी दी. पुलिस ने गोताखोरों की मदद से हेमंत को ढूंढने के लिए अभियान चलाया. रायपुर से एसडीआरएफ की टीम को अभियान में शामिल किया गया. पिछले 5 दिन से लगातार हेमंत को ढूंढने की कोशिश की जा रही थी.
युवक कैसे चढ़ा पुलिस के हत्थे?
धमतरी पुलिस को शुरू से ही मामला संदिग्ध लग रहा था. युवक का मोबाइल स्विच ऑफ जरूर था, लेकिन कॉल डिटेल्स और टावर लोकेशन कुछ और ही कहानी कह रही थी. पुलिस ने आस पास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और आखिरी बार युवक को धमतरी से बस पकड़ते हुए देखा गया. विस्तार से छानबीन करने पर हेमंत की लोकेशन दिल्ली में मिली.
दिल्ली के होटल में छुपा था हेमंत
धमतरी पुलिस टीम ने दिल्ली पहुंचकर युवक को एक होटल से पकड़ लिया. पूछताछ में युवक ने बताया कि वह कई लोगों का कर्जदार हो चुका था. घरवालों और दोस्तों की उम्मीदों से परेशान होकर उसने मरने का नाटक किया. ताकि सब यही समझें कि वह अब इस दुनिया में नहीं रहा और वह दिल्ली में नई जिंदगी शुरू कर सके.
पुलिस की कानूनी की कार्रवाई की तैयारी
एडिशनल एसपी धमतरी मणिशंकर चंद्रा के मुताबिक पुलिस अभी इस पूरे मामले की जांच कर रही है. एडिशनल एसपी ने कहा कि इस तरह के कृत्य गंभीर अपराध की श्रेणी में आते हैं. जांच के बाद युवक पर फर्जीवाड़े और भ्रम फैलाने की धाराओं में कानूनी कार्रवाई की जाएगी.