Featuredदेशसामाजिक

Rules For Husband Wife In Jail: क्या जेल की एक बैरक में रह सकते हैं पति-पत्नी, क्या है नियम?

Rules For Husband Wife In Jail: मेरठ की मुस्कान ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति सौरभ की हत्या कर दी थी और उसका शव कई टुकड़ों में काटकर नीले ड्रम में डालकर ऊपर से सीमेंट डाल दिया था. मामला खुलने के बाद पुलिस ने दोनों को पकड़कर जेल में बंद कर दिया है. दोनों जब से जेल में बंद हैं तब से प्रशासन से कई डिमांड कर चुके हैं. साहिल और मुस्कान ने जेल की बैरक में एकसाथ रहने की डिमांड की थी, जिसको प्रशासन ने ठुकरा दिया है. ऐसे में सवाल है कि क्या पति-पत्नी एक साथ जेल की बैरक में रह सकते हैं. आखिर इसके पीछे नियम क्या कहते हैं.

 

 

क्या जेल में एक ही बैरक में रहते हैं पति-पत्नी

न्यूज 18 की मानें तो झांसी जिला जेल अधीक्षक विनोद कुमार का कहना है कि जेल में महिला और पुरुष बंदियों को एक साथ नहीं रखा जाता है. दोनों के लिए अलग-अलग बैरक बने हुए हैं और उनको अलग-अलग रखा जाता है. अगर जेल के अंदर पति-पत्नी भी बंद हों तो भी उनको अलग-अलग बैरक में ही रखा जाता है. हालांकि इसके लिए कोई भी अलग से नियम नहीं है, बल्कि सुरक्षा कारणों से महिला और पुरुष कैदियों को अलग रखा जाता है.

किन मौकों पर होती है मुलाकात

जेल अधीक्षक की मानें तो किसी खास मौके पर पति-पत्नी की मुलाकात कराई जाती है, जैसे कि करवा चौथ या फिर कोई और खास अवसर पर. ऐसे में दोनों को कॉमन एरिया में मिलाया जाता है. भारत में जेलों में कई पति-पत्नी कैद हैं. इस दौरान उनको अलग-अलग बैरकों में रखा जाता है और उनको कोई खास सुविधाएं नहीं बल्कि एक आम आदमी की तरह से ही सुविधाएं दी जाती हैं.

कुछ खास पलों में पति-पत्नी को मिलने दिया जाता है

जेल में पति-पत्नी के एक साथ रहने की अनुमति सिर्फ कुछ खास पलों और राज्यों में ही दी जाती है और इसकों वैवाहिक मुलाकात यानि Conjugal Visit कहा जाता है. यहां कैदी को जेल परिसर में अपने पार्टनर के साथ वक्त बिताने का या दूसरी भाषा में कहें तो संबंध बनाने का मौका दिया जाता है. हालांकि यह सुविधा विशेष परिस्थितियों में दी जाती है और उन कैदियों को मिलती है, जिनका व्यवहार अच्छा होता है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button