
बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार ज़िले के सुहेला कस्बे में एक किसान के साथ हुई बर्बर मारपीट के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। घटना में लिप्त पाए गए दो पुलिस आरक्षकों को निलंबित कर दिया गया है, जबकि एक अन्य आरोपी विजय साहू को गिरफ्तार किया गया है। उस पर मुख्य आरोपियों को भगाने और उन्हें संरक्षण देने का आरोप है।
घटना के वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने और मीडिया में प्रमुखता से उठाए जाने के बाद प्रशासन हरकत में आया। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तेज़ी से कार्रवाई शुरू की है। फिलहाल चार मुख्य आरोपी अब भी फरार हैं, जिनकी तीन अलग-अलग टीमों के माध्यम से तलाश की जा रही है।
अवैध अतिक्रमण पर चला प्रशासन का बुलडोज़र
शनिवार को प्रशासन ने मुख्य आरोपी और राइस मिल संचालक रौनक अग्रवाल की “एकता एग्रो राइस मिल” पर बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध निर्माण पर बुलडोज़र चलाया। तहसीलदार की मौजूदगी में कार्रवाई को अंजाम दिया गया। जांच में पाया गया कि रौनक अग्रवाल ने शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर निर्माण कार्य शुरू करवा दिया था।
क्या है पूरा मामला
यह दर्दनाक घटना 1 अप्रैल को सामने आई, जब एक किसान गांव में आयोजित डांस प्रतियोगिता देखकर लौट रहा था। उसी दौरान राइस मिल संचालक रौनक अग्रवाल और उसके साथियों ने किसान का अपहरण कर उसे अपने घर ले गए।
वहाँ पर आरोपी उसे लगभग एक घंटे तक लात-घूंसे, चप्पलों और डंडों से बेरहमी से पीटते रहे। जब किसान बेहोश हो गया, तो उसे मरा समझकर छोड़ दिया गया। इस दौरान परिजन मौके पर पहुंचे और हाथ जोड़कर मिन्नतें करते रहे, लेकिन आरोपियों का दिल नहीं पसीजा।
चार दिन बाद होश आया
गंभीर रूप से घायल किसान को परिजनों ने मिशन अस्पताल में भर्ती कराया, जहाँ चार दिनों तक इलाज चला। होश में आने के बाद किसान ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद वह अपने गांव के प्रतिनिधियों के साथ एसपी कार्यालय पहुंचा, जहाँ उसने डीएसपी के सामने अपने शरीर पर मौजूद चोटों के निशान दिखाए।