न्यूज डेस्क। होली के दौरान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. जिसमें एक लड़की अपने घर की बालकनी से एक शख्स पर पानी वाले गुब्बारे फेंकती दिख रही है. शख्स कई बार मना करता है, लेकिन लड़की फिर भी नहीं मानती. वो लगातार ऐसा करती रहती है. वायरल वीडियो दिल्ली का बताया जा रहा है.
https://www.instagram.com/p/C45aBeSP_EM/?utm_source=ig_embed&utm_campaign=embed_video_watch_again
शख्स का कहना है कि वो अपने रिश्तेदारों से मिलने जा रहा था और उसके पास लैपटॉप और कैमरा गियर था, तभी लड़की ने उसके ऊपर पानी से भरे गुब्बारे फेंकना शुरू कर दिया. उसने उसे रोकने की कोशिश भी की, कई बार कहने के बावजूद भी उसने गुब्बारे फेंकना बंद नहीं किया.
इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर करते हुए इसके कैप्शन में prohdigyy (रोहन जैन) नाम के यूजर ने कहा, ‘जब मैं अपने रिश्तेदार के यहां कैब से बाहर निकल रहा था, तो इस लड़की ने मेरे लैपटॉप पर पानी का गुब्बारा लगभग मार ही दिया था.
मैंने उसे शांति से कहा कि ऐसा न करे, मगर माफी मांगने और तुरंत रुकने के बजाय, वो और भी अधिक गुब्बारे फेंकने लगी. फिर उसका परिवार वहां खड़ा होकर देखता है और इसे सही ठहराने लगा. उन्होंने बहस करना भी शुरू कर दिया.’
ये शख्स पेशे से फिल्म मेकर है. उसने आगे कहा कि जैसे ही कैब का दरवाजा खोला, लड़की ने गुब्बारे फेंकना शुरू कर दिया. इसी वजह से उसने अपने डिवाइस और बैग कैब के भीतर ही रख दिए.
कैब से ध्यान से उतरने के बाद लड़की से कई बार अनुरोध किया कि ऐसा न करे. लेकिन को अपने परिवार के सामने ही ऐसा किए जा रही थी.
फिल्म मेकर ने आगे लिखा, ‘जब उसने मुझ पर लगभग 15-20 गुब्बारे फेंक दिए और वो रुकना ही नहीं चाहती थी. उसका परिवार बेशर्मी के साथ ये सब देख रहा था और उसका साथ दे रहा था, तो मैंने अपना फोन निकाला और वीडियो बनाना शुरू कर दिया. और वो तब भी नहीं रुकी. लड़की के पिता ने भी सामने आकर उसके व्यवहार के लिए माफी नहीं मांगी.’
इस वीडियो को 25 मिलियन से ज्यादा लोगों ने देख लिया है. सोशल मीडिया यूजर्स दो धड़ों में बंटे हुए दिखाई दिए.
एक यूजर ने कहा, ‘होली के दौरान आपको फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ बाहर जाने से बचना चाहिए, ये पानी के कारण खराब हो सकते हैं. सचमुच आप होली को इंजॉय करने के लिए सहमति की अपेक्षा रखते हैं.’
एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘सिर्फ इसलिए कि कोई त्योहार मना रहा है, तो उसे ये अधिकार नहीं मिल जाता कि वो किसी और को इसका हिस्सा बनाने के लिए मजबूर करे, वो भी उसकी मर्जी के बिना. और जब वो बोल रहे हैं कि पानी वाले गुब्बारे फेंकना बंद करो, तो उन्हें तुरंत रुक जाना चाहिए था. अगर ऐसा नहीं करते, तो ये हरैसमेंट है. न ता मतलब न होता है.’
तीसरे यूजर ने कहा, ‘ये हरैसमेंट है. जिस तरह से वो बदतमीजी से बात कर रही है. इतने घमंड में. गलती पैरेंट्स की है.’