रायपुर। छत्तीसगढ़ में आदर्श आचार संहिता लगने के बाद से अब तक दो करोड़ रुपये से अधिक की अवैध धनराशि तथा वस्तुएं जब्त की गई हैं। आचार संहिता लगने के बाद से ही निर्वाचन कार्यालय ने मोर्चा संभाल लिया है। साथ ही लगातार जांच-पड़ताल जारी है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रवर्तन एजेंसियों की ओर से निगरानी के दौरान 19 मार्च तक 47 लाख 55 हजार रुपये की नगद धन राशि जब्त की गई है। इस दौरान 3,896 लीटर अवैध शराब जब्त की गई है, जिसकी कीमत आठ लाख 87 हजार रुपये है।
जांच अभियान के दौरान आभूषण और रत्न भी जब्त
सघन जांच अभियान के दौरान 73 लाख 17 हजार रुपये कीमत के 195 किलोग्राम मादक पदार्थ तथा 51 लाख 90 हजार रुपये कीमत के 840 ग्राम कीमती आभूषण तथा रत्न भी जब्त किए गए हैं। इनके अतिरिक्त 21 लाख 71 हजार रुपये से अधिक की अन्य सामग्री जब्त की गई हैं।
निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। राज्य में विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों के माध्यम से धन और वस्तुओं के अवैध परिवहन तथा संग्रहण पर कड़ी नजर रखी जा रही है। प्रदेश में आदर्श आचार संहिता के अंतर्गत निगरानी दलों की ओर से सघन जांच की कार्रवाई लगातार की जा रही है।
चुनाव के दौरान मिली शिकायतों का सीएमएस से होगा निराकरण
लोकसभा चुनाव को सुचारू और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने को लेकर चुनाव आयोग की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी के मद्दनेजर निर्वाचन के दौरान विभिन्न माध्यमों से मिलने वाले निर्वाचन संबंधी शिकायतों का त्वरित निराकरण सुनिश्चित करने के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय की ओर से कंप्लेंट मानिटरिंग सिस्टम साफ्टवेयर (सीएमएस) तैयार किया गया है। विभागीय नोडल अधिकारियों को मंगलवार को प्रशिक्षण दिया गया।
अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी नीलेशकुमार महादेव क्षीरसागर और संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी पीएस ध्रुव ने शिकायतों के त्वरित निराकरण के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। कंप्लेंट मानिटरिंग साफ्टवेयर के माध्यम से निर्वाचन संबंधी शिकायतों के प्रभावी निराकरण के संबंध में आइटी विभाग के अधिकारियों ने नोडल अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया।
एनआइसी के असीम थवाईत ने बताया कि निर्वाचन संबंधी शिकायतों के त्वरित निराकरण के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने सीएमएस तैयार किया है। इस सिस्टम के माध्यम से संबंधित विभाग के नोडल अधिकारी को डिजिटाइज्ड शिकायत भेजकर त्वरित निराकरण सुनिश्चित किया जाता है।
समय सीमा में त्वरित निराकरण
विभागीय नोडल अधिकारियों को प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि निर्वाचन के दौरान विभिन्न माध्यमों से मैन्युअली प्राप्त शिकायतों को डिजिटाइज्ड किया जाएगा। साथ ही सी-विजिल या इंटरनेट मीडिया के माध्यम से प्राप्त शिकायतों को भी प्रिंट निकालकर डिजिटाइज्ड कर संबंधित विभाग के नोडल अधिकारियों को शिकायतों के त्वरित निराकरण के लिए भेजा जाएगा।
नोडल अधिकारी अपने-अपने विभाग से संबंधित शिकायतों का निर्धारित समय-सीमा में त्वरित निराकरण करेंगे और इसकी जानकारी तत्काल मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय को देंगे। प्रशिक्षण में अधिकारियों को निर्वाचन से संबंधित शिकायतों का प्राथमिकता से निराकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।