वाराणसी। उत्तर प्रदेश में एक जोड़े द्वारा आत्महत्या करने की चौंकाने वाली घटना सामने आई है। पटना के रहने वाले हरीश और गोरखपुर की रहने वाली संचिता को स्कूल के दौरान ही एक-दूसरे से प्यार हो गया और बाद में उन्होंने शादी कर ली। हालांकि शादी के कुछ साल बाद हरीश ने वाराणसी में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पति की मौत का सदमा बर्दाश्त न कर पाने के कारण संचिता ने भी अपने पिता के घर की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली।
दंपत्ति की आत्महत्या के बाद दोनों परिवार सदमे में हैं और मातम पसरा हुआ है। पुलिस के मुताबिक हरीश बागेश (Harish and Sanchita horrifying step) और संचिता श्रीवास्तव दोनों वाराणसी के एक ही स्कूल में पढ़ते थे। ग्यारह साल की उम्र में उन्हें एक-दूसरे से प्यार हो गया और उन्होंने शादी कर ली। इसके बाद यह जोड़ा मुंबई में रहने लगा। एमबीए करने के बाद हरीश ने एक प्राइवेट बैंक में नौकरी की।
कुछ दिनों बाद जब संचिता श्रीवास्तव की तबीयत खराब हो गई तो उसके पिता और गोरखपुर के मशहूर डॉक्टर रामचरण दास ले गए। संचिता का इलाज गोरखपुर में ही हुआ। अपनी पत्नी की देखभाल के लिए हरीश भी अपनी बैंक की नौकरी छोड़कर गोरखपुर आ गया और पिछले कई महीनों से अपने ससुर के घर पर रहकर अपनी पत्नी की देखभाल कर रहा था।
रिपोट्र्स के मुताबिक इस दौरान हरीश ने कई जगहों पर नौकरी की तलाश की, लेकिन निराशा हाथ लगी। उसे कहीं नौकरी नहीं मिली। इसके दो दिन बाद हरीश अपने ससुर के घर से यह कह कर निकला कि वह अपने घर पटना जा रहा है, लेकिन वह वाराणसी चला गया। फोन न उठाने पर परिजन उसे तलाशते हुए वाराणसी के सारनाथ इलाके में पहुंचे, जहां होम स्टे के कमरे में हरीश फंदे से लटका मिला।
हरीश के ससुर को इसकी जानकारी मिली तो वह वाराणसी के लिए रवाना हो गये। हालाँकि जैसे ही लड़की को अपने पति की मौत के बारे में पता चला, तो वह इसे सहन नहीं कर सकी और छत पर गई और नीचे कूद गई। इसमें उसकी भी मौत हो गयी।
सारनाथ में पुलिस ने आधार कार्ड से हरीश के शव की पहचान की। उनके पिता का नाम रामास्वामी मालवीय है। पुलिस ने हरीश के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। हालांकि मौके पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि नौकरी छूटने के बाद हरीश डिप्रेशन में रहने लगा और नशे का आदी हो गया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।