कोरबा. छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में रिस्दी चौक पर स्थित बाल संप्रेक्षण गृह से दो अपचारी बालक फरार हो गए हैं. यह घटना ड्यूटी पर तैनात नगर सेना के जवानों की लापरवाही के चलते हुई है, जिसके बाद विभाग में हड़कंप मच गया है. दोनों बालक मारपीट और चोरी के मामलों में बाल संप्रेक्षण गृह में थे. फरार बालकों की पहचान नवागढ़ और बलौदाबाजार के निवासियों के रूप में की गई है.
घटना की जानकारी मिलने पर सिविल लाइन पुलिस को सूचित कर दिया गया है. वहीं, महिला और बाल विकास विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं. एएसपी नेहा वर्मा ने बताया कि संबंधित विभाग को सूचना दे दी गई है और आगे की जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेजी से की जा रही है ताकि बालकों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके.
बाल संप्रेक्षण गृह से फरार होने की यह घटना सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है. नगर सेना के जवानों की तैनाती के बावजूद बालकों का फरार होना एक बड़ी चूक है. स्थानीय सूत्रों के अनुसार, दोनों बालक काफी दिनों से भागने की योजना बना रहे थे और मौके का फायदा उठाकर फरार हो गए. इस घटना के बाद बाल संप्रेक्षण गृह की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं और अधिकारियों को सुधार के निर्देश दिए गए हैं.
महिला और बाल विकास विभाग के अधिकारी ने कहा कि बाल संप्रेक्षण गृह की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा और जवानों की सतर्कता बढ़ाई जाएगी. उन्होंने बताया कि फरार बालकों की तलाश के लिए पुलिस की टीम गठित की गई है और आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस ने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि वे किसी संदिग्ध गतिविधि या जानकारी मिलने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें.
इस घटना ने एक बार फिर बाल संप्रेक्षण गृहों में सुरक्षा के मुद्दे को उजागर किया है. जहां एक तरफ इन गृहों का उद्देश्य बच्चों को सुरक्षित और संरक्षित वातावरण प्रदान करना होता है, वहीं दूसरी तरफ ऐसी घटनाएं इनकी कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती हैं. संबंधित विभाग और पुलिस की तत्परता से उम्मीद है कि फरार बालकों को जल्द ही पकड़ा जाएगा और सुरक्षा में सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे.