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गजब! छुट्टी पर थे तहसीलदार तो ऑपरेटर ने ही लगा दी कोर्ट, आरोपी को दी जमानत; वीडियो वायरल

न्यूज डेस्क। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के शहपुरा तहसील से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां तहसीलदार की अनुपस्थिति में एक दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी ने खुलेआम अदालत लगाकर एक आरोपी को जमानत दे दी. यह घटना शनिवार 19 अप्रैल की बताई जा रही है. सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में देखा जा सकता है कि बेलखेड़ा क्षेत्र में पत्नी से मारपीट के आरोपी विजय रजक को एक प्राइवेट व्यक्ति अजय रजक द्वारा जमानत दी जा रही है.

 

6 मिनट 50 सेकेंड के वीडियो में देखा जा सकता है कि शहपुरा तहसील कार्यालय के बाहर एक पेड़ के नीचे अजय रजक दस्तावेज भरते नजर आ रहे हैं. पुलिस की मौजूदगी में आरोपी को जमानत दी जा रही है. इस दौरान न तो कोई अधिकृत अधिकारी मौजूद था, और न ही न्यायालय प्रक्रिया का पालन किया गया. यह सब तहसीलदार की गैर-मौजूदगी और शनिवार को अवकाश के दौरान हुआ. वीडियो में साफ तौर पर दिख रहा है कि एक युवक पेड़ के नीचे बैठकर काम कर रहा है. उसके दोनों ओर दो पुलिसकर्मी बैठे हुए हैं और वहीं आरोपी भी सामने बैठा हुआ है.

पति-पत्नी के विवाद का था मामला

आरोपी विजय रजक पर थाना बेलखेड़ा में उसकी पत्नी से मारपीट और गाली-गलौच के आरोप में अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने उसे जमानत की प्रक्रिया के लिए लाई थी, लेकिन नायब तहसीलदार रविंद्र पटेल की अनुपस्थिति में यह अवैध प्रक्रिया अपनाई गई.

स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की अवैध प्रक्रियाएं पिछले सात-आठ वर्षों से लगातार चल रही हैं और जिम्मेदार अधिकारियों की सहमति से ऐसा हो रहा है. वहीं आरोपी अजय रजक का कहना है कि वह नायब तहसीलदार रविंद्र पटेल के मोबाइल पर दिए गए निर्देश के तहत यह कार्य कर रहा था.

वीडियो वायरल होने पर क्या बोले तहसीलदार?

तहसीलदार द्वारा दी गई रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि ग्राम बेलखेड़ा निवासी विजय रजक के पारिवारिक विवाद से संबंधित इस्तगासा थाना बेलखेड़ा से शनिवार 19 अप्रैल को प्राप्त हुआ. सूचना मिलते ही तहसीलदार कार्यालय पहुंचे थे, जहां पुलिस, आरोपी व कर्मचारी अजय रजक पहले से मौजूद थे. अजय रजक दस्तावेज संकलन कर रहे थे. किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा उस समय का वीडियो बनाकर वायरल किया गया, जिसमें लगाए गए आरोप निराधार हैं. आरोपी को नियमानुसार मेरी उपस्थिति में रिहा किया गया. जमानत मेरी ओर से दी गई है. शनिवार को अवकाश होते हुए भी दांडिक कार्य किए जा सकते हैं.

वीडियो वायरल होने से मचा हड़कंप

वीडियो सामने आने के बाद जिले में हड़कंप मच गया. कलेक्टर दीपक सक्सेना ने तुरंत मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम कुलदीप पराशर को जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए. वहीं, एडिशनल एसपी सूर्यकांत शर्मा ने भी थाना प्रभारी से पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट तलब की है.

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