कोरबा। कोरबा में अपनी जिम्मेदारियों का सही ढंग से निर्वहन नहीं करने पर स्वास्थ्य विभाग ने पसान पीएचसी के चिकित्सक को शोकॉज नोटिस जारी करने के साथ ही वेतन रोकने का आदेश जारी किया है। रात के वक्त अस्पताल से गैरमौजूद रहने की स्थिती में यह कार्रवाई की गई है। बताया जा रहा है,पिछले दिनों सर्पदंश का एक मामला सामने आने के साथ ही दो बच्चों के पैर में मरे हुए सांप का अंश चुभ गया था,जिसके बाद यह कार्रवाई की गई, इतना ही नहीं एक स्वास्थ्य कर्मी को भी नोटिस जारी किया गया है।
कोरबा में अपनी जिम्मेदारियों का सही ढंग से निर्वहन नहीं करने पर स्वास्थ्य विभाग ने पसान पीएचसी के चिकित्सक को शोकॉज नोटिस जारी करने के साथ ही वेतन रोकने का आदेश जारी किया है। रात के वक्त अस्पताल से गैरमौजूद रहने की स्थिती में यह कार्रवाई की गई है। बताया जा रहा है,पिछले दिनों सर्पदंश का एक मामला सामने आने के साथ ही दो बच्चों के पैर में मरे हुए सांप का अंश चुभ गया था,जिसके बाद यह कार्रवाई की गई, इतना ही नहीं एक स्वास्थ्य कर्मी को भी नोटिस जारी किया गया है।
सीएमएचओ डॉ. एस.एन.केसरी ने बताया की प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पसान के डॉक्टर दुष्यंत कश्यप को शोकॉज नोटिस जारी किया गया इसके अलावा अन्य लोगों को भी जांच के उपरांत नोटिस जारी किया जाएगा। स्वास्थ्य अधिकारी ने यह भी बताया कि जिस तरह से सर्प दंश की घटनाएं लगातार बढ़ रही है इसके अलावा मलेरिया ,डायरिया और डेंगू जैसे बीमारियां फैल रही है इसे लेकर कलेक्टर अजीत वसंत के निर्देश पर डॉक्टर अन्य स्टाफ जिनकी ड्यूटी है उन्हें उपस्थित रहना अनिवार्य है नहीं तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
स्वास्थ्य अधिकारी ने यह भी बताएं कि ग्रामीण क्षेत्र में इन दोनों बीमारी का प्रकोप ज्यादा है ऐसे में उन्हें सतत निगरानी की जरूरत है इसके अलावा मितानिनों को भी ग्रामीण क्षेत्रों में घर घर जाकर सर्वे करने की दिशा निर्देश दिए गए है। प्रशासन लापरवाही बरतने वाले सरकारी कर्मचारियों को किसी भी कीमत पर बख्शने के मूड में नहीं है। विभाग की इस कार्रवाई से स्वास्थ्य विभाग में कसावट आने की उम्मीद जताई जा रही है वही इस कार्यवाही के बाद हड़कप मचा हुआ है।