नई दिल्ली

ED Raids : कांग्रेस MLA सतीश सैल के ठिकानों पर ED की बड़ी छापेमारी…! 6.75 किलो सोना और करोड़ों की नकदी जब्त

वर्तमान में करवार विधानसभा सीट से हैं विधायक

नई दिल्ली/बेंगलुरु, 17 अगस्त। ED Raids : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कर्नाटक के करवार से कांग्रेस विधायक सतीश कृष्णा सैल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग (धनशोधन) और अवैध लौह अयस्क निर्यात घोटाले में बड़ी कार्रवाई की है। देश के चार प्रमुख शहरों, कर्नाटक, गोवा, मुंबई और नई दिल्ली, में एक साथ की गई छापेमारी के दौरान 6.75 किलो सोना, ₹1.68 करोड़ नकद, और ₹14.13 करोड़ की बैंक जमा राशि को जब्त/फ्रीज किया गया।

ED का दावा

यह मामला 2010 के बेलकेरी पोर्ट लौह अयस्क घोटाले से जुड़ा है। आरोप है कि वन विभाग द्वारा जब्त किए गए करीब ₹86.78 करोड़ मूल्य के लौह अयस्क को गैरकानूनी तरीके से निर्यात किया गया। इस अवैध निर्यात में कई कंपनियों और कारोबारी समूहों की मिलीभगत सामने आई है। ED का दावा है कि सतीश सैल की कंपनियां भी इस घोटाले में अहम भूमिका में थीं।

कार्रवाई में क्या मिला?

  • कुल 6.75 किलो सोना जब्त, जिसमें जेवरात और गोल्ड बिस्कुट शामिल
  • विधायक सतीश सैल के आवास से ₹1.41 करोड़ नकद बरामद
  • विधायक की एक कंपनी के कार्यालय से ₹27 लाख नकद
  • विधायक और सहयोगियों के ₹14.13 करोड़ की बैंक राशि फ्रीज
  • महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस भी जब्त, जिनकी जांच जारी

कैसे हुई मनी लॉन्ड्रिंग

ED का आरोप है कि अवैध लौह अयस्क निर्यात से हुई कमाई को वैध दिखाने के लिए शेल कंपनियों और विभिन्न बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया। यह पैसा रियल एस्टेट और व्यापारिक निवेश के जरिए घुमाया गया ताकि असली स्रोत को छिपाया जा सके।

राजनीतिक विवाद

सतीश कृष्णा सैल पहले जनता दल (सेक्युलर) में थे और बाद में कांग्रेस में शामिल हुए। वर्तमान में वे करवार विधानसभा सीट से विधायक हैं। अब तक विधायक की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन कांग्रेस खेमे में हलचल तेज हो गई है। जैसा कि अक्सर होता है, इस कार्रवाई को लेकर राजनीतिक बयानबाज़ी भी तेज हो गई है। कांग्रेस समर्थकों का कहना है कि यह राजनीतिक बदले की कार्रवाई है, जबकि भाजपा इसे कानून का सामान्य पालन बता रही है। ED ने PMLA (धनशोधन रोकथाम अधिनियम) के तहत मामले की गहराई से जांच शुरू कर दी है। छापेमारी में मिले दस्तावेज़ों और डिजिटल साक्ष्यों की फॉरेंसिक जांच की जाएगी, ताकि लेन-देन की पूरी श्रृंखला सामने लाई जा सके। यह मामला कर्नाटक के बहुचर्चित लौह अयस्क घोटाले को एक बार फिर सुर्खियों (ED Raids) में ले आया है, और यह देखना अहम होगा कि जांच में आगे किन-किन नामों का खुलासा होता है। ईडी ने संकेत दिए हैं कि जल्द ही और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।

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