Rain Havoc in Korba : रायगढ़ में बारिश का कहर…! कोरबा में बाढ़ जैसे हालात…रेलकर्मी लापता… बाल-बाल बचे कार चालक
सुरक्षा और तैयारियों में सुधार की आवश्यकता

रायगढ़, 04 जुलाई। Rain Havoc in Korba : मॉनसून की होड़ में ज़िंदगी और मौक़ा दोनों ही संदेह के दायरे में आ जाते हैं। रायगढ़ और कोरबा जैसे इलाकों में बाढ़ से लड़ने के लिए प्रशासन, आपदा प्रबंधन और स्थानीय समाज को इकठ्ठा होकर कार्य करने की जरूरत है। रेलकर्मी उदय कुमार की स्थिति की जानकारी और जीवन की रक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए।
बारिश ने बदली ज़िंदगियां
बीती रात लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने न सिर्फ मौसम बल्कि लोगों की ज़िंदगी तक प्रीतिबद्ध रूप से प्रभावित कर डाला। रायगढ़ जिले के 48 वार्डों में घरों के अंदर पानी घुस गया, जिससे शहर बाढ़ जैसे हालात में आ गया है। केलो नदी अपने ऊफान पर है और प्रशासन ने बाढ़ आपदा प्रबंधन की पूरी ताकत झोंक दी है।
रेलकर्मी बाढ़ में बहा, तलाश जारी
कोरबा जिले में एक रेल कर्मचारी उदय कुमार सिंह (झारखंड, पलामू निवासी) कोरबा–कटघोरा के पास रेल लाइन के नीचे पानी में बहते देखा गया। पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें उसकी तलाश में जुटी हैं, लेकिन तेज बहाव और कम दृश्यता के कारण कार्य में काफी मुश्किलें हो रही हैं
नाले में गिरी कार, युवकों का बचाव
एक अन्य घटना में तेज बारिश के कारण नाले में एक कार गिर गई, लेकिन स्थानीय ग्रामीणों की सूझबूझ और हिम्मत से कार सवार युवकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। कार को भी नाले से वापस निकाला गया—यह बड़ी राहत की बात रही।
सुरक्षा और तैयारी में सुधार की जरूरत
NDRF और SDRF की संवेदनशीलता और कार्रवाई समयबद्ध हो, जल-निकासी और बचाव कार्य तुरंत (Rain Havoc in Korba) शुरू हों। लो-लाइट एवं खराब विजिबिलिटी वाले इलाकों में विशेष सतर्कता और भ्रष्टाचार रहित स्थानीय निकासी प्रणाली अपनाई जाए। नदियों और नालों के किनारे जल-स्तर की मॉनिटरिंग तेज होनी चाहिए।