कोरबा

Vedanta Group : बालको ने प्राइड मंथ पर संयंत्र और समुदाय में चलाया जागरूकता अभियान

500 लोगों ने की सक्रिय भागीदारी

बालकोनगर, 04 जुलाई। Vedanta Group : वेदांता समूह की अग्रणी कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने इंटरनेशनल प्राइड मंथ के अवसर पर संयंत्र और समुदाय स्तर पर विविध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए। इस अभियान का उद्देश्य एक समावेशी वातावरण को प्रोत्साहित करना और एलजीबीटीक्यूआई प्लस समुदाय के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाना था।

इस अवसर पर बालको ने ‘डायवर्सी दी’ नामक शुभंकर लॉन्च किया, जो पूरे माह चलने वाले अभियान का प्रतीक रहा। प्राइड मंथ अभियान में कंपनी के कर्मचारियों, व्यावसायिक साझेदारों और समुदाय के लगभग 500 लोगों ने सक्रिय भागीदारी की।

अभियान के अंतर्गत मूवी स्क्रीनिंग, पोस्टर मेकिंग, स्लोगन प्रतियोगिता, प्राइड मार्च और जागरूकता कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। इन आयोजनों के माध्यम से समुदाय को लैंगिक संवेदनशीलता, समानता और समावेशी समाज निर्माण के लिए प्रेरित किया गया। बालको संयंत्र में भी प्राइड मार्च और विशेष सत्र आयोजित किए गए, जिससे कार्यस्थल में विविधता और समान अवसर को बढ़ावा मिला।

बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने प्राइड मंथ की शुभकामनाएं देते हुए कहा, “हमारा यह प्रयास सभी के लिए समानता, गैर-भेदभाव और अवसर सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। एलजीबीटीक्यूआई प्लस समुदाय के लिए संवेदीकरण कार्यशालाएं आयोजित कर छत्तीसगढ़ में उद्योग जगत को एक नई दिशा देने का प्रयास किया जा रहा है।”

छत्तीसगढ़ तृतीय लिंग कल्याण बोर्ड की सदस्य एवं मितवा संकल्प समिति की सचिव रवीना बरिहा ने कहा, “बालको ने सिर्फ जागरूकता अभियान नहीं चलाया, बल्कि एलजीबीटीक्यूआई प्लस समुदाय को तीन साल पहले से कार्यबल में शामिल कर उन्हें सम्मान और अवसर प्रदान किया है। यह एक अनुकरणीय पहल है।”

बालको की कर्मचारी देवसेना ने अपनी कहानी साझा करते हुए कहा कि कंपनी की शिक्षा नीति ने उन्हें उच्च शिक्षा की दिशा में कदम बढ़ाने का आत्मविश्वास दिया है। उन्होंने कहा, “यह सहयोग सिर्फ मदद नहीं, बल्कि सशक्तिकरण है।” बालको ने अपने ‘विविधता, समानता और समावेशी चार्टर’ के तहत कई प्रगतिशील नीतियों को लागू किया है, जिनमें शामिल हैं:

  • जेंडर रीअफर्मेशन लीव्स एंड कॉम्पेंसेशन पॉलिसी – ₹2 लाख तक का अनुदान और 30 दिन की सवेतन छुट्टी,
  • आवास सहायता – ट्रांसजेंडर कर्मचारियों के लिए विशेष सुविधा,
  • फाइनेंशियल सपोर्ट फॉर हायर एजुकेशन – व्यावसायिक शिक्षा के लिए ₹1 लाख तक की वित्तीय सहायता।

इन पहलों के माध्यम से बालको ने कार्यस्थल और समाज में समावेशिता को मजबूती से बढ़ावा देने का उदाहरण प्रस्तुत किया है।

 

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