राजस्थान, 07 अगस्त। Dog Death Zone : राजस्थान के झुंझुनूं जिले से एक ऐसी खौफनाक वारदात सामने आई है जिसने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया है। नवलगढ़ क्षेत्र के कुमावास गांव में एक बंदूकधारी दरिंदा पिछले दो दिन से खुलेआम घूम-घूमकर कुत्तों को गोली मार रहा है। 2 और 3 अगस्त की रातें इस गांव के लिए किसी काले साए से कम नहीं थीं। गांव की गलियों में खून बहता रहा और जानवर एक-एक कर दम तोड़ते रहे।
हथियार लेकर घूमता व्यक्ति
ये कोई एक-दो जानवरों की हत्या नहीं है, पूरा मामला 25 से ज्यादा बेजुबानों की निर्मम हत्या से जुड़ा है। जैसे ही कुत्ता नजर आया, बदमाश ने बिना कुछ सोचे फायरिंग शुरू कर दी। सनसनी तब फैली जब इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे एक व्यक्ति हथियार लेकर घूम रहा है और कुत्तों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर रहा है।
वीडियो के वायरल होते ही पुलिस हरकत में आई और हेड कॉन्स्टेबल शुभकरण को तत्काल जांच के लिए मौके पर भेजा गया। गांव पहुंचने पर दृश्य और भी भयानक निकले। जगह-जगह खून से सने कुत्तों के शव पड़े मिले। कुछ अभी भी तड़प रहे थे।
ग्रामीण है खूनी खेल का मास्टरमाइंड
पुलिस जांच में सामने आया कि इस खूनी खेल का मास्टरमाइंड कोई और नहीं, बल्कि डुमरा गांव का रहने वाला श्योचंद बावरिया है। उसने ही अपनी बंदूक से कुत्तों की जान ली। उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और गिरफ्तारी की तैयारी चल रही है।
गांव में आक्रोश
इधर गांव में तनाव है, आक्रोश है और डर भी। लोगों का कहना है कि इस तरह की बेरहमी उन्होंने पहले कभी नहीं देखी। बच्चों और बुजुर्गों में डर का माहौल है, आज कुत्ते मरे हैं, कल किसी इंसान को गोली मार दी गई तो?
गांव की पूर्व सरपंच सरोज झांझड़िया ने इस पर मोर्चा संभाल लिया है। उन्होंने एसपी से मुलाकात कर पूरे मामले की शिकायत की और बताया कि आरोपी श्योचंद ने जानबूझकर ये हत्याएं की हैं। उसका दावा कि कुत्तों ने उसकी बकरियों को मारा था, बिलकुल झूठा है। न तो किसी की बकरी मरी और न ही किसी पर कुत्तों ने हमला किया।
झूठे बहाने से मुआवजा मांगने का आरोप
पूर्व सरपंच का यह भी कहना है कि आरोपी और उसके कुछ साथी एक साजिश के तहत यह सब कर रहे हैं। उन्होंने शक जताया कि यह गैंग करीब 5 महीने पहले भी गांव में आया था और अब दोबारा आकर खौफ फैलाने की कोशिश कर रहा है। उनका मकसद है, पहले जानवरों को मारो, फिर झूठा बहाना बनाकर मुआवजा मांगो।
इस पूरी वारदात ने न सिर्फ झुंझुनूं बल्कि पूरे राजस्थान को हिला कर रख दिया है। जानवरों की इतनी निर्मम हत्या, वह भी खुलेआम, कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर रही है। लोग पूछ रहे हैं, अगर अब भी गिरफ्तारी नहीं हुई, तो अगला निशाना कौन होगा?
पुलिस कह रही है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा, लेकिन गांव वालों की बेचैनी बढ़ती जा रही है। जब तक श्योचंद सलाखों के पीछे नहीं पहुंचता, कुमावास की रातें चैन से नहीं कटेंगी।