रायपुर, 08 जुलाई। Ex CM Bhupesh Baghel : भूपेश बघेल के करीबी माने जाने वाले तांत्रिक केके श्रीवास्तव की पुलिस रिमांड समाप्त होने के बाद आज उन्हें रायपुर की सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। केके श्रीवास्तव को 20 जून को भोपाल के एमराल्ड होटल से गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद पुलिस ने उनसे 12 दिनों तक गहन पूछताछ की।
जोमैटो-स्विगी कर्मियों के नाम पर करोड़ों ट्रांजैक्शन
केके श्रीवास्तव और उनके बेटे कंचन श्रीवास्तव पर आरोप है कि उन्होंने नोएडा की रावत एसोसिएट्स कंपनी के मालिक अर्जुन रावत से रायपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के 500 करोड़ रुपये के ठेके का झांसा देकर 15 करोड़ रुपये वसूले थे। इस मामले में तेलीबांधा थाने में एफआईआर दर्ज होने के बाद दोनों फरार हो गए थे।
उनकी जमानत याचिका हाईकोर्ट से भी खारिज हो चुकी थी। फरारी के दौरान वह देश के कई राज्यों और नेपाल में छिपा रहा। पुलिस से बचने के लिए उसने 20 लाख रुपये मूल्य के कई मोबाइल फोन भी नष्ट कर दिए थे। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि जिन खातों में रकम ट्रांसफर की गई, वे जोमैटो और स्विगी जैसे डिलीवरी प्लेटफॉर्म से जुड़े युवाओं के नाम पर थे। इसके जरिए करोड़ों रुपये का लेनदेन किया गया। इस मामले की जानकारी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को भी दी गई, जिसने केके श्रीवास्तव के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है।
पुलिस पूछताछ में बड़े नेताओं के नामों की आहट
पुलिस को पूछताछ में यह भी पता चला कि केके श्रीवास्तव (Ex CM Bhupesh Baghel) कई बड़े राजनेताओं तक रकम पहुंचाने और उनकी काली कमाई को सफेद धन में बदलने का काम करता था। वह अपने राजनीतिक संपर्कों के जरिए ट्रांसफर-पोस्टिंग भी करवाता था। जांच में यह भी सामने आया कि 10 से 17 जुलाई 2023 के बीच मात्र एक सप्ताह में 20 करोड़ रुपये से अधिक की रकम एनएस इंटरप्राइजेस, आरएच इंटरनेशनल, सुहाना इंटरप्राइजेस, अरोजेट इंटरप्राइजेस और डीपी ओसिएन इंटरप्राइजेस जैसी कंपनियों के खातों में भेजी गई थी। फिलहाल पुलिस जांच जारी है और मामले में और भी बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।