नई दिल्ली:IAS अफसर हरिशंकर मिश्रा की मौत के बाद से ही उनकी प्रॉपर्टी पर बवाल हो रहा है. ऐसा कहा जा रहा है कि IAS अफसर हरिशंकर मिश्रा ने प्रॉपर्टी एक महिला के नाम ट्रांसफर की थी, लेकिन प्राधिकरण ने ट्रांसफर की प्रॉपर्टी मामले में जांच शुरू कर दी है और पूर्व में ट्रांसफर की कार्रवाई को निरस्त कर दिया है. इसके बाद से ही इस मामले को लेकर जमकर बवाल हो रहा है.
सूत्रों ने बताया कि हरिशंकर मिश्रा प्रमोटी IAS अफसर थे. वे 2014 में रिटायर हो गए थे और 11 जुलाई 2014 को उनकी मौत हो गई थी. वे पेट संबंधी कई बीमारियों से जूझ रहे थे. इसके बाद नोएडा सेक्टर 62 में उनकी कोठी को लेकर विवाद बना हुआ है. उनकी मौत प्राइवेट अस्पताल में हुई थी. उनकी मौत के बाद शीबा नामक महिला ने प्राधिकरण में अफसरों को कोठी की जानकारी देते हुए उसे अपने नाम करने का आवेदन दिया था. इस आवेदन के साथ उसने डेथ सर्टिफिकेट और शादी का सर्टिफिकेट दिया था. आवेदन पर कार्रवाई करते हुए ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी.
नोएडा अथॉरिटी के दफ्तर में एक अन्य महिला ने खुद को IAS अफसर हरिशंकर मिश्रा की बेटी बताया और अपनी मां को असली पत्नी होने का दावा किया है. उसका दावा है कि मां कुशीनगर में हैं. IAS अफसर हरिशंकर मिश्रा की सभी संपत्तियों को लेकर चर्चा हो रही है. नोएडा अथॉरिटी के एजीएम ने कहा है कि आवेदन की जांच हो रही है और दस्तावेज के मुताबिक कार्रवाई होगी. इसमें 2 महिलाओं ने खुद को IAS अफसर हरिशंकर मिश्रा की पत्नी बताया है जबकि एक अन्य महिला खुद को बेटी बता रही है. इन सभी ने दस्तावेज सौंपे हैं और उन्हीं के आधार पर अगली कार्रवाई होगी.