
Oपरिजनों ने केंद्र सरकार से उनकी और अन्य भारतीय छात्रों की सुरक्षित वापसी की मांग की है।
Israel-Iran War : नर्मदापुरम। इजरायल और ईरान के बीच छिड़ी जंग ने मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले की बेटी प्रतिभा अहिरवार को युद्ध के भंवर में फंसा दिया है। हाइफा शहर में पीएचडी की पढ़ाई कर रही प्रतिभा मिसाइल हमलों के खौफ के साए में जी रही है। लगातार सायरन और बंकरों में छुपने की मजबूरी ने उनकी जिंदगी को दहशत से भर दिया है। परिजनों ने केंद्र सरकार से उनकी और अन्य भारतीय छात्रों की सुरक्षित वापसी की मांग की है।
हाइफा में खौफनाक माहौल-
प्रतिभा ने अपने परिजनों को बताया कि हाइफा में हालात बद से बदतर हैं। ईरानी मिसाइल हमले हर पल दहशत पैदा कर रहे हैं। सायरन बजते ही उन्हें तुरंत बंकरों या सुरक्षित स्थानों पर भागना पड़ता है। फोन पर आए अलर्ट पर उनकी नजरें टिकी रहती हैं और रात-दिन का चैन छिन गया है। “हर सेकंड डर में बीत रहा है। सायरन की आवाज और मिसाइलों की गड़गड़ाहट ने नींद और सुकून छीन लिया है,” प्रतिभा ने अपने परिवार को फोन पर बताया। वह और अन्य भारतीय छात्र भारत वापस लौटने की आस में मदद का इंतजार कर रहे हैं।
परिजनों की चिंता-
प्रतिभा के पिता ओमप्रकाश अहिरवार, जो कारगिल युद्ध में देश की सेवा कर चुके हैं और वर्तमान में नर्मदापुरम के सैनिक कल्याण बोर्ड में कार्यरत हैं, अपनी बेटी की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं। उन्होंने बताया, “प्रतिभा भारत लौटना चाहती है, लेकिन डायरेक्ट फ्लाइट्स की कमी के कारण वह वापस नहीं आ पा रही। हम दिन-रात टीवी पर युद्ध की खबरें देख रहे हैं और उसकी सलामती की दुआ कर रहे हैं।” परिवार का कहना है कि बेटी की हर कॉल उनके लिए सांत्वना तो लाती है, लेकिन युद्ध की खबरें उनकी चिंता को और बढ़ा रही हैं।