रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर एफआईआर दर्ज होने के बाद पत्रकारों से चर्चा की।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र का दौरा छोड,शाम छह बजे रायपुर पहुंचे और यहां राजीव भवन में पत्रकार वार्ता में शामिल हुए। भूपेश के खिलाफ EoW ने महादेव ऑनलाईन सट्टा ऐप केस में एफआईआर दर्ज किया है। इस पर पूर्व सीएम ने कहा कि ईओडब्ल्यू में 4 मार्च को प्रकरण दर्ज हुआ था और 17 मार्च को राजधानी में इसकी खबर प्रकाशित हुई।
भुपेश बघेल ने कहा कि हमारी सरकार ने ही महादेव ऐप मामले में सबसे ज्यादा कार्रवाई की थी। 72 एफआईआर हुए और 450 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि गूगल ने हमारे ही निवेदन पर महादेव ऐप को बंद किया था। मगर आज भी अन्य नामों से ऑनलाईन सट्टा जारी है।
पूर्व सीएम ने कहा कि ईडी की एफआईआर में भी कहीं भी उनका नाम नहीं था। यही नहीं, दुबई में शुभम सोनी के बयान से काउंसलेट ने अलग किया है। शुभम सोनी का वीडियो भाजपा कार्यालय से जारी हुआ था। उन्होंने कहा कि राजनांदगांव से चुनाव लडऩे की चर्चा पहले से ही थी। अब ईओडब्ल्यू ने उनके खिलाफ एफआईआर किया है यह विशुद्ध रूप से राजनीतिक कार्रवाई है। दबाव में की गई प्रतिशोध की कार्रवाई है। पूर्व सीएम ने कहा कि इसके खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।
उन्होंने कहा कि राजनांदगांव में भाजपा हार मान चुकी है इसलिए बदनाम करने के लिए इस तरीके की चीज लाई है। उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी और विष्णु देव साय के सुशासन में महादेव ऐप सांय-सांय चल रहा है।
LIVE: पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी द्वारा महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता (राजीव भवन, रायपुर) https://t.co/0Rf6kcIOGZ
— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) March 17, 2024
बता दे कि महादेव सट्टा ऐप केस में EOW (आर्थिक अनुसंधान शाखा) ने ED की शिकायत पर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत 21 आरोपियों पर FIR दर्ज की है। इसमें ऐप प्रमोटर सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल समेत कई अज्ञात पुलिस अफसर और कारोबारियों के नाम भी शामिल हैं।