कोरबा। समाज सेवा की ऐसी सनक की करीबियों को सदस्य बनाकर विधि को निधि में बदलते हुए अध्यक्ष बन गए। समाज के मित्र मंडल ने जब इसका विरोध तो जमकर हंगामा हुआ। खबरीलाल की माने तो आज अध्यक्ष के मनमानी को रोकने लगाने कोर्ट जाने की तैयारी की जा रही है।
शहर के सेवा के काम से मेवा निकालने वाले एक सेवादार को अध्यक्ष पद ऐसी सनक चढ़ी की पद के विधि को बदल दिया। बात श्री श्याम मित्र मंडल कोरबा की है। सोसायटी रजिस्ट्रीकरण अधिनियम के अंतर्गत रजिस्टर्ड है। संस्था में विधि न के हिसाब से 15 दिन पूर्व सदस्यों को चुनाव की सूचना देकर विधिवत चुनाव कराया जाता है, लेकिन संस्था के अध्यक्ष ने कायदे को ताक में रखकर स्वंभू अध्यक्ष बन गए। सूत्रों की माने तो चुनाव के नतीजे को प्रभावित करने के लिए वर्तमान अध्यक्ष के द्वारा परिचित के लोगों को मंडल का सदस्य बना दिया और उन्हें मत का अधिकार दिया गया जो न्याय संगत नहीं है।चुनाव के नतीजे को प्रभावित करने हेतु जानबूझकर पुराने सदस्यों के रसीद नहीं काटी गई। वर्तमान अध्यक्ष के द्वारा मंडल का सदस्यों की मांगों की लगातार अवहेलना की जा रही है। अध्यक्ष की मनमानी पर रोक लगाने के लिए समाज के लोग कोर्ट में जाने की तैयारी में है।