
कोरबा।पाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत रामटोक पहाड़ के ऊपर तीन दिन पहले एक महिला की अधजली लाश मिली थी। मामले में पुलिस ने एक आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि महिला और शिक्षक के बीच अवैध संबंध था। शिक्षक ने ही महिला की हत्या की। इसके बाद सबूत मिटाने के लिए उसने शव को जलाया था।
यह है पूरा मामला
पाली थाना क्षेत्र के चैतुरगढ़ रावा गांव के पास रामटोक पहाड़ पर तीन दिनन पहले एक महिला की अधजली लाश मिली थी। पुलिस उसकी शिनाख्त का प्रयास का प्रयास किया। जांच में पता चला कि मृतका का नाम शशिकला था। वह 28 साल की थी और ग्राम लाद में रहती थी। जांच करते हुए पुलिस ने मृतका के परिजनों से पूछताछ की।
छह साल पहले हुई थी शादी
मृतका के भाई अशोक गोड़ ने बताया कि लगभग छह साल रजकम्मा में रहने वाले भुनेश्वर गोड़ से उसकी बहन शशिकला की शादी हुई थी। शादी के बाद 15 दिन के अंदर ही शशि ससुराल छोड़कर मायके चली गई। महिला ने अपने अध्यापक मिलन दास से मुलाकात की। अब शशिकला और मिलन दास दोनों किराये पर एक कमरा लेकर साथ में रहने लगे। मिलन दास ने उसे पढ़ाया भी था और उसकी शादी में अहम भूमिका निभाई थी।
स्कूल के समय से ही चल रहा था प्रेम-प्रसंग
अशोक गोड़ ने बताया कि शशिकला जब पढ़ रही थी, तभी से उसका मिलन दास और उसके बीच प्रेम-प्रसंग चल रहा था। मिलन दास ने ही शशिकला का विवाह करवाया था। अशोक ने बताया की कुछ दिन पहले वह शशिकला को फोन कर रहा था, लेकिन फोन स्विचऑफ बता रहा था। अशोक उस जगह (कटघोरा) पहुंचा, जहां मिलन दास और शशिकला साथ में रहते थे। वहां जाकर पता चला कि मिलन दास और शशि के बीच विवाद हुआ। शशि भी वहां नहीं मिली। पूछने पर मिलन दास ने गोल-मोल जवाब दिया।
हत्या करने के बाद गाड़ी में रखकर पहाड़ पर ले गया शव
अशोक ने इसकी शिकायत जब पुलिस से की तब पूरे मामले का खुलासा हुआ। पुलिस जांच में पता चला की 27 फरवरी को शशि और मिलन के बीच में विवाद हुआ था। इसके बाद मिलन दास ने शशिकला की हत्या कर दी और अपने ड्राइवर के साथ मिलकर शशि की लाश गाड़ी में रखकर राम टोक पहाड़ पर पहुंचा। यहां उसने शव को आग के हवाले कर दिया। अधजली लाश छोड़कर मिलन दास और उसका ड्राइवर मौके से चले आए थे।
ब्रेसलेट और अन्य चीजों से हुई शिनाख्त
मृतका शशिकला के भाई अशोक गोड़ ने बताया कि वह अक्सर कटघोरा आने पर अपनी बहन से मिला करता था। 27 फरवरी को भी वह उसके घर गया था, लेकिन बहन नहीं मिली। मिलन दास से पूछने पर उसने बताया कि वह भी नहीं जानता कि शशि कहां गई है। अशोक ने पुलिस से शिकायत करने की बात कही तो मिलन ने उसे रोका। इसके बाद अशोक ने पुलिस को बहन के लापता होने की सूचना दी। फिर जब पहाड़ पर मिली अधजली लाश के हाथ में पहने गए ब्रेसलेट और अन्य चीजें दिखाई गईं तो भाई ने उसे पहचान लिया।
अशोक ने बताया कि पहचान करने के बाद पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया, लेकिन पोस्टमार्टम होने के बाद वह शव लेकर गांव नहीं जाएंगे। क्योंकि इस समाज से उन्हेंन बहिष्कृत कर दिया गया है। पाली पुलिस ने शिक्षक मिलन दास को हिरासत में ले लिया है। उससे पूछताछ कर प्रमाण एकत्रित किए जा रहे हैं।