कोरबा। Korba: प्रदेश के कई सरकारी स्कूलों में ऐसे शिक्षक कार्यरत हैं, जो अपने शिक्षण कार्य के स्थान पर नेतागिरी, मार्केटिंग, चिटफंड, और बीमा जैसे व्यवसायों में संलग्न हैं। इस वजह से ये शिक्षक अक्सर स्कूल से अनुपस्थित रहते हैं और अतिरिक्त आय अर्जित करने में लगे रहते हैं। इनका उद्देश्य सरकारी वेतन के साथ-साथ अन्य स्रोतों से कमाई करना है। एक ऐसे ही शिक्षक के खिलाफ शिकायत मिलने पर जिला शिक्षा अधिकारी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
सूत्रों के अनुसार, यह कोई पहली शिकायत नहीं है जो जिला शिक्षा अधिकारी तक पहुंची हो। जानकारी में आया है कि कई शिक्षक ऐसे कार्यों में संलिप्त हैं, जहां वे लोगों को लाभ का झांसा देकर उनकी मेहनत की कमाई को विभिन्न कंपनियों में निवेश कराते हैं और इसके बदले मोटा कमीशन और टूर पैकेज का लाभ उठाते हैं।
Korba: इन व्याख्याता को नोटिस जारी
कोरबा जिले के करतला विकासखंड स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, कनकी में पदस्थ व्याख्याता (एलबी) बसंत हिमधर शिक्षण कार्य के बजाय मार्केटिंग कंपनी के व्यवसाय में लिप्त पाए गए हैं, जिससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इस स्थिति को देखते हुए, DEO कोरबा ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
Korba: क्या लगाए गए हैं आरोपी
DEO कोरबा द्वारा जारी नोटिस में लिखा गया है कि “आप शासकीय दायित्वों से विमुख होकर डायरेक्ट सेलिंग (नेटवर्क मार्केटिंग) और चिटफंड कंपनी से जुड़कर उत्पादों व सेवाओं की बिक्री कर रहे हैं। आप विद्यालय में शिक्षण कार्य छोड़कर इन कंपनियों की बैठकों और टूर कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं और लोगों को भी इस मार्केटिंग में जुड़ने हेतु प्रेरित कर रहे हैं।
Korba: 3 दिन में मांगा जवाब
आपका यह कार्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के उपनियम-3 और उपनियम-16 के खिलाफ है, जो अत्यंत अशोभनीय और अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। कृपया इस संबंध में अपना स्पष्टीकरण तीन दिनों के भीतर प्रस्तुत करें, अन्यथा आपके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की अनुशंसा की जाएगी।